जम्मू-कश्मीर विधानसभा में ‘वक्फ’ पर हंगामा: सुरिंदर कुमार बोले- ‘भाजपा कर रही राजनीति’, नेता प्रतिपक्ष ने उठाए सवाल

जम्मू, 9 अप्रैल . ‘वक्फ कानून’ के मुद्दे पर जम्मू-कश्मीर विधानसभा में बुधवार को भी हंगामा हुआ. इस बीच, जम्मू-कश्मीर के डिप्टी सीएम सुरिंदर कुमार ने भाजपा पर ‘वक्फ कानून’ के नाम पर राजनीति करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि भाजपा इस मुद्दे के जरिए राजनीति कर रही है.

जम्मू-कश्मीर के डिप्टी सीएम सुरिंदर कुमार ने से बात करते हुए कहा, “बदकिस्मती है कि भाजपा के लोग सदन में सिर्फ हंगामा खड़ा करते हैं. मैं नेता प्रतिपक्ष सुनील शर्मा से पूछना चाहता हूं कि जब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह राज्य के दौरे पर आए थे, तो क्या उन्होंने गृह मंत्री से आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई लड़ने वाले लोगों की सैलरी बढ़ाने की बात की? पिछले 10 साल में लोगों से संबंधित मुद्दों पर एक बार भी बात नहीं की गई. जम्मू-कश्मीर विधानसभा में उन्होंने (भाजपा) सिर्फ तमाशा खड़ा करने की कोशिश की, उन्हें जनता से कोई प्यार नहीं है.”

उन्होंने वक्फ कानून पर बात करते हुए आगे कहा, “वक्फ कानून पर स्पीकर बयान दे चुके हैं. भाजपा पूरे देश को गुमराह करने की बात कर रही है. चाहे वह हाउस के अंदर हो या फिर हाउस के बाहर, भाजपा ने हमेशा जम्मू-कश्मीर के किसी भी मुद्दे की बात नहीं की है. अब वे इस मुद्दे को लाकर पूरे मुल्क में राजनीति करना चाहती हैं.”

वहीं, वक्फ कानून पर नेता प्रतिपक्ष सुनील शर्मा ने कहा, “मेरा मानना है कि स्पीकर ने वक्फ संशोधन विधेयक पर चर्चा को खारिज करके संविधान को बरकरार रखा है. उन्होंने नियमों और विनियमों का पालन किया है और मानदंडों के आधार पर अपना फैसला सुनाया है. मैं इसका स्वागत करता हूं और उन्हें इतना कड़ा रुख अपनाने और एक ऐसे मामले पर चर्चा की अनुमति नहीं देने के लिए बधाई देना चाहता हूं, जो पहले से ही न्यायालय में विचाराधीन है और संसद में पारित किया जा चुका है. इस पर कोई चर्चा नहीं हो सकती है. इसके बावजूद सरकार सदन को चलने नहीं दे रही है.”

सुनील शर्मा ने नेशनल कॉन्फ्रेंस पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, “नेशनल कॉन्फ्रेंस का भू-माफियाओं और भूमि हड़पने वालों को संरक्षण देने का इतिहास रहा है. पिछले दो-तीन दशकों से जम्मू और कश्मीर में, खासकर जम्मू क्षेत्र में एक तरह का ‘जमीन जिहाद’ चल रहा है, जिसमें उनके कई मंत्री भी शामिल हैं. इसके अलावा, उनके कई रिश्तेदारों ने भी जमीन को हड़प रखा है, इसलिए वे लैंड जिहाद को प्रोटेक्ट करने की कोशिश कर रहे हैं. मगर, वे अपने मंसूबों में कामयाब नहीं हो पाए हैं.”

एफएम/केआर