नई दिल्ली, 22 अक्टूबर . यमुना में झाग पर सियासी बवाल मचा हुआ है. एक तरफ जहां भाजपा और कांग्रेस आम आदमी पार्टी (आप) की दिल्ली सरकार को निशान बना रही है और आरोप लगा रही है कि ‘आप’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने 2021 में यह दावा और वादा किया था कि यमुना को इतना साफ कर दूंगा कि 2025 से पहले मैं खुद उसमें डुबकी लगाऊंगा. यमुना पर चल रहे वार-पलटवार के बीच राजनीतिक जानकारों के मुताबिक दिल्ली विधानसभा के चुनाव में यमुना की सफाई भी एक अहम मुद्दा हो सकती है.
दिल्ली सरकार के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने मंगलवार को कहा कि यमुना का प्रदूषण कम हुआ है और आगे भी कम होगा. लेकिन, जिस तरीके से भाजपा यमुना को लेकर राजनीति कर रही है, उसे बंद करना चाहिए. भाजपा ने दिल्ली के सारे काम ठप कर दिए. मुख्यमंत्री को जेल में डाल दिया, जल मंत्री को जेल में डाल दिया. अगर यमुना का प्रदूषण होता तो यह पूरे साल होता. पूरे साल तो झाग नहीं रहती है.
गोपाल राय ने सवाल उठाया कि जब दीपावली और छठ पूजा पास आती है, तो कालिंदी कुंज के पास ही झाग क्यों होता है. जहां पर उत्तर प्रदेश से आकर पानी गिर रहा है. आईटीओ के पास झाग क्यों नहीं होता है. यमुना तो एक ही हैं. भाजपा का यह षड्यंत्र अरविंद केजरीवाल को बदनाम करने के लिए है. इस प्रकार की गंदी राजनीति बंद होनी चाहिए. यमुना को साफ करने की जिम्मेदारी हमारी कल भी थी, आज भी है और कल भी रहेगी. हमने दोबारा काम शुरू कर दिया है. धूमधाम से छठ पूजा मनाई जाएगी.
गोपाल राय ने कहा कि पल्ला से लेकर कालिंदी कुंज तक यमुना दिल्ली में है. कहीं भी कोई भी झाग देखने को नहीं मिलता. चाहे दिल्ली के नालों का पानी उसमें गिरता हो या अन्य जगहों का, लेकिन जहां पर यूपी का पानी गिरता है, वहीं पर झाग देखने को मिलती है. ऐसा वहां खास क्या है और सबसे पहले इसकी खबर भाजपा वालों को लगती है, वे वीडियो बनाना शुरू कर देते हैं. आखिर दोनों का क्या कनेक्शन है. बीते दो साल से भाजपा गंदी राजनीति कर रही है.
गौरतलब है कि अब अरविंद केजरीवाल का वह पुराना बयान सोशल मीडिया पर लगातार वायरल हो रहा है, जिसमें उन्होंने कहा था कि “2025 से पहले यमुना को साफ कर देंगे और सबको ले जाकर उसमें डुबकी लगाएंगे.” उनके इस बयान को लेकर भाजपा और कांग्रेस के लोग आम आदमी पार्टी और दिल्ली सरकार को निशाना बना रहे हैं. झाग को लेकर दिल्ली के एलजी विनय कुमार सक्सेना ने भी सोशल मीडिया के जरिए अपनी चिंता व्यक्त की.
उन्होंने मंगलवार को कुछ तस्वीरें साझा करते हुए लिखा, “यमुना जी की ये तस्वीरें आज सुबह की हैं. जिम्मेदार कौन है? सच की एक बड़ी बुरी आदत होती है, वह दबाए नहीं दबती. मीडिया, सोशल मीडिया पर आक्षेप, दोषारोपण और बहानेबाजी करने से बेहतर होगा कि इस बदतर स्थिति से दिल्ली के लोगों और विशेषकर छठ उपासकों और व्रतियों को निजात दिलाएं. निवारण के ठोस कदमों की अपेक्षा करता हूं.”
एलजी ने एक दिन पहले भी इस मुद्दे पर पोस्ट लिखा था, “आदि काल से दिल्ली की जीवन रेखा रही यमुना का महत्व महापर्व छठ के समय कहीं अधिक हो जाता है. यमुना का यह हाल, दिल्ली की जनता का दर्द, देखा नहीं जाता. ऐसी दुर्दशा का जिम्मेवार कौन है? किसने यमुना की सफाई के दावे कर इसमे डुबकियां लगाने की घोषणा की थी? किसने एनजीटी के आदेश पर पिछले साल शुरू किए गए यमुना पुनरुद्धार के काम को कोर्ट से रुकवाया?”
दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने भी यमुना के मुद्दे पर आम आदमी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि नदी पहले से कहीं ज्यादा प्रदूषित हो गई है. सात नवंबर को छठ पूजा के दौरान भक्तों को गंदे और झागदार पानी में खड़े होने के लिए मजबूर होना पड़ेगा. मैं अरविंद केजरीवाल को चुनौती देता हूं कि यमुना में डुबकी लगाएं, क्योंकि उन्होंने वादा किया था कि 2025 में ऐसा करेंगे.
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पीकेटी/एबीएम