कानपुर नगर निगम में हंगामा, भाजपा-सपा के पार्षद आपस में भिड़े 

कानपुर, 24 दिसंबर . उत्तर प्रदेश के कानपुर नगर निगम में मंगलवार को जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई, वैसे ही हंगामा शुरू हो गया. सपा और भाजपा के पार्षद आपस में भिड़ गए. थोड़ी ही देर में भिड़ंत धक्का-मुक्की में बदल गई और देखते ही देखते पार्षदों के बीच हाथापाई होने लगी.

वहीं, कानपुर की महापौर प्रमिला पांडेय ने धक्का-मुक्की को प्यार-मोहब्बत बताया है. उन्होंने कहा कि दोनों पक्ष के कुछ ऐसे सदस्य हैं, जो इस प्रकार का कृत्य करते हैं, जो ठीक नहीं है.

सपा विधायक पर आरोप के बारे उन्होंने बताया कि जब नगर निगम का 30 लाख वहां लगा था और विधायक ने भी अपनी निधि से कुछ पैसा दिया है, तो उनका अधिकार नहीं है कि शिलापट्ट से पार्षदों के नाम-फोटो हटा दें. इसकी जांच होगी. जोन के अधिकारी से पूछूंगी कि किसके दबाव पर यह काम किया गया.

उन्होंने कहा कि जितने भी मंदिर हैं, उनको ढूंढ कर उनकी पुताई और सफाई कराई जाएगी और वहां से अतिक्रमण हटाया जाएगा.

इसके पहले कानपुर नगर निगम सदन की कार्यवाही के दौरान मंगलवार को हंगामा हो गया. भाजपा और सपा पार्षदों में मारपीट हो गई. सपा और भाजपा के पार्षदों ने एक-दूसरे के खिलाफ नारे लगाए. इस दौरान मेयर दोनों पक्षों से शांत होने की अपील करती रहीं. करीब 20 मिनट तक जब हंगामा नहीं रुका, तो मेयर सदन की कार्यवाही छोड़कर बाहर चली गईं.

भाजपा पार्षद विकास जायसवाल ने सदन में मुद्दा उठाते हुए कहा कि उनके क्षेत्र में सपा विधायक अमिताभ बाजपेई नगर निगम के कराए कार्यों को तुड़वाकर विधायक निधि से कार्य करा रहें. इस पर सपा पार्षद रजत बाजपेई ने विरोध किया. इसके बाद दोनों पार्षदों में बहस शुरू हुई. बहस बढ़ी तो हंगामा शुरू हो गया. इस बीच सपा विधायक अमिताभ बाजपेई के खिलाफ भाजपा पार्षद नारे लगाने लगे. विरोध पर भाजपा पार्षदों ने सपा पार्षद को घेर लिया और धक्का-मुक्की की.

इसके बाद हंगामा कर रहे पार्षदों को मेयर ने बाहर करने की चेतावनी दी. इसके बाद भी पार्षद शांत नहीं हुए तो मेयर सदन से बाहर चली गईं. वहीं, दोनों पक्षों के बीच मारपीट हो गई. विवाद बढ़ता देख वहां मौजूद अन्य पार्षदों ने सभी को दूर किया और शांत रहने की बात कही.

सदन की कार्यवाही से पहले सपा विधायक नसीम सोलंकी को मेयर प्रमिला पांडेय ने पदेन सदस्य की शपथ दिलाई. इसके बाद सदन की कार्यवाही शुरू हुई. सदन से कांग्रेस पार्षद नदारद रहे. इस पर महापौर ने नाराजगी जताई. उन्होंने कहा कि दो दिन सदन चलेगा. सभी पार्षदों को मुद्दों पर बात रखने के लिए तीन-तीन मिनट का समय दिया जाएगा.

पहली बार सदन में पहुंचीं नसीम सोलंकी ने मेयर को बुआ कहा. वह बोलीं कि बुआ इस शहर का ख्याल रखिए. उन्होंने सीसामऊ नाले के ऊपर से हटाए लोगों को आवास देने की मांग की. इसके जवाब में मेयर ने कहा कि पूरा शहर मेरा है, मेरा परिवार है. जिन लोगों को नालों से हटाया गया है, उनकी जांच कराई जाएगी. अगर पात्र होंगे तो पीएम आवास योजना के तहत आवास दिया जाएगा.

विकेटी/एबीएम