डेमोग्राफी मिशन पर बोले उपेंद्र कुशवाहा, घुसपैठियों के खिलाफ कार्रवाई जरूरी

पटना, 23 अगस्त . प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने Friday को अपने बिहार दौरे के दौरान गयाजी में एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए डेमोग्राफी मिशन शुरू करने का बड़ा ऐलान किया था.

उन्होंने कहा कि यह मिशन बिहार के लोगों के हितों की रक्षा के लिए शुरू किया जाएगा ताकि घुसपैठिए स्थानीय लोगों की नौकरियों पर कब्जा न कर सकें. पीएम मोदी ने साफ शब्दों में कहा कि हम घुसपैठियों को बिहार के लोगों की नौकरियां छीनने नहीं देंगे.

राष्ट्रीय लोक मोर्चा के प्रमुख और राज्यसभा सांसद उपेंद्र कुशवाहा ने पीएम मोदी के इस बयान का समर्थन करते हुए कहा कि डेमोग्राफी मिशन घुसपैठ के खिलाफ एक महत्वपूर्ण कदम है. उन्होंने कहा, “कोई भी व्यक्ति जो गैर-कानूनी रूप से देश में रह रहा है, उसे यहां नहीं रहना चाहिए. अगर कोई यहां अवैध रूप से रहता है तो यह आपत्तिजनक है. कानूनी प्रक्रिया के तहत रहने वालों का स्वागत है, लेकिन अवैध तरीके से रहने वालों के खिलाफ कार्रवाई जरूरी है.”

सविधान संशोधन विधेयक पर उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति, चाहे वह Chief Minister हो या प्रधानमंत्री, अगर उनके खिलाफ कोई आपराधिक मामला दर्ज है और वारंट जारी हुआ है, तो उन्हें जेल से शासन करने की अनुमति नहीं होनी चाहिए. यह संविधान का अपमान है. ऐसे लोगों को रोकने के लिए नया कानून बनाया जा रहा है. पहले लोग जेल जाने से पहले इस्तीफा देकर कानून का दुरुपयोग करते थे, लेकिन अब इस प्रथा को खत्म करने की जरूरत है.

विपक्ष ने इस मुद्दे पर सरकार पर निशाना साधा है. विपक्षी नेताओं का आरोप है कि इस तरह के कानून का इस्तेमाल उनके नेताओं को टारगेट करने के लिए किया जा सकता है. इस सवाल के जवाब में उपेंद्र कुशवाहा ने कहा, “जिन्होंने अपराध किया है, केवल वही डर रहे हैं. निर्दोष व्यक्ति को कोई डर नहीं है. कानून सबके लिए बराबर है. कार्रवाई तभी होगी, जब आप कुछ गलत करेंगे. अगर आप कुछ गलत नहीं करेंगे, तो कार्रवाई क्यों होगी?”

तेजस्वी यादव के खिलाफ दर्ज First Information Report के सवाल पर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि यह कानूनी प्रक्रिया का हिस्सा है और उन्हें इसका सामना करना होगा.

एकेएस