पटना, 22 जुलाई . राष्ट्रीय लोक मोर्चा के प्रमुख और राज्यसभा सांसद उपेंद्र कुशवाहा ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे और बिहार के Chief Minister नीतीश कुमार से जुड़े कई मुद्दों पर बातचीत की.
उन्होंने Tuesday को से बातचीत में कहा कि जगदीप धनखड़ एक जिम्मेदार व्यक्ति हैं और उनके इस्तीफे की खबर से सभी आश्चर्यचकित हैं. जगदीप धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों से उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दिया है, लेकिन हम उनसे आग्रह करते हैं कि वे अपने फैसले पर पुनर्विचार करें. देश को उनकी जरूरत है. अगर स्वास्थ्य संबंधी कोई समस्या है, तो संविधान में व्यवस्था है कि उपसभापति ऐसी स्थिति में जिम्मेदारी संभाल सकते हैं. धनखड़ जी को अपनी सेहत का ध्यान रखते हुए भी देश की सेवा जारी रखनी चाहिए.
उन्होंने कांग्रेस की ओर से उठाए जा रहे सवालों पर टिप्पणी करते हुए कहा, “कांग्रेस का यह कहना कि भाजपा ने धनखड़ पर दबाव डाला, निराधार है. विपक्ष सिर्फ बयानबाजी करता रहता है, इसका कोई ठोस आधार नहीं है. धनखड़ जी ने स्वास्थ्य कारणों से यह फैसला लिया है.”
बिहार के Chief Minister नीतीश कुमार को लेकर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि उन्होंने उनके बेटे को सक्रिय राजनीति में आने की सलाह दी थी. उन्होंने स्पष्ट किया, “नीतीश जी का राजनीति में लंबा अनुभव है और उनका Chief Minister बने रहना बिहार के हित में है. मैंने उनके बेटे को जन्मदिन की शुभकामनाएं देते हुए यह सुझाव दिया था, लेकिन यह उनका निजी फैसला है. हम किसी को बाध्य नहीं कर सकते. हर व्यक्ति को अपने फैसले लेने की स्वतंत्रता है.”
वहीं, जब उनसे पूछा गया कि क्या जनता दल (यूनाइटेड) दिन-ब-दिन कमजोर हो रही है, तो कुशवाहा ने इसका खंडन किया और कहा, “यह कहना गलत है कि जेडीयू कमजोर हो रही है. नीतीश कुमार के नेतृत्व में जेडीयू और एनडीए मजबूत हैं.” उन्होंने यह भी विश्वास जताया कि 2025 के विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए को जीत मिलेगी और अगली सरकार भी उनके नेतृत्व में बनेगी.
उपेंद्र कुशवाहा ने यह भी दोहराया कि नीतीश कुमार का नेतृत्व बिहार के लिए जरूरी है और उनके अनुभव का कोई विकल्प नहीं है. उन्होंने जेडीयू के आंतरिक मामलों में दखल देने से इनकार करते हुए कहा कि पार्टी का कोई भी फैसला नीतीश जी और उनकी पार्टी को करना है.
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एसएचके/एबीएम