मध्य एशिया और अफगानिस्तान में सतत विकास लक्ष्यों के लिए संयुक्त राष्ट्र क्षेत्रीय केंद्र स्थापित

बीजिंग, 4 अगस्त . मध्य एशिया और अफगानिस्तान में सतत विकास लक्ष्यों के लिए संयुक्त राष्ट्र क्षेत्रीय केंद्र की आधिकारिक स्थापना कजाकिस्तान के सबसे बड़े शहर अल्माटी में हुई.

इसका उद्देश्य क्षेत्रीय सहयोग के साथ विकास परियोजनाओं को बढ़ावा देना और सतत विकास पहलों के कार्यान्वयन को आगे बढ़ाना है.

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस और कजाख राष्ट्रपति कासिम-जोमार्ट टोकायव क्षेत्रीय केंद्र के उद्घाटन समारोह में शामिल हुए.

गुटेरेस ने कहा कि दुनिया जटिल और परस्पर जुड़ी चुनौतियों का सामना कर रही है, जो सतत विकास के लिए खतरा हैं. मध्य एशिया में, जलवायु परिवर्तन के कारण जल संकट और प्राकृतिक आपदाएं लगातार बढ़ रही हैं, जबकि व्यापार तनाव और वैश्विक अनिश्चितता ने इन जोखिमों को और बढ़ा दिया है.

गुटेरेस ने कहा कि क्षेत्रीय केंद्र जलवायु परिवर्तन, जल संकट, युवा बेरोजगारी और डिजिटल विभाजन जैसी चुनौतियों का संयुक्त रूप से समाधान करने के लिए संयुक्त राष्ट्र, सरकारों और नागरिक समाज को एक साथ लाएगा.

इसके अलावा, क्षेत्रीय केंद्र, मानवाधिकारों, विशेषकर महिलाओं और लड़कियों के अधिकारों का सम्मान करते हुए, अफगानिस्तान में शांति, आत्मनिर्भरता और सम्मान की प्राप्ति के प्रयासों में सहयोग हेतु क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय साझेदारों के साथ मिलकर काम करेगा.

अपने संबोधन में, कासिम-जोमार्ट टोकायव ने कहा कि भू-राजनीतिक अस्थिरता, क्षेत्रीय संघर्षों, जलवायु परिवर्तन और खाद्य सुरक्षा के बढ़ते खतरों के बीच संयुक्त राष्ट्र को एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते रहना चाहिए.

क्षेत्रीय केंद्र की स्थापना मध्य एशिया के बढ़ते सामरिक महत्व को दर्शाती है. यह क्षेत्रीय केंद्र क्षेत्रीय सहयोग को गहरा करने, आर्थिक लचीलापन बढ़ाने और नवोन्मेषी विकास को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में कार्य करेगा.

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

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