नागपुर, 27 अप्रैल . विदर्भ में अप्रैल में ही तापमान 40 डिग्री सेल्सियस को पार कर जाता है, लेकिन नागपुर के प्रसिद्ध गणेश टेकड़ी मंदिर में भक्तों की आस्था और सुविधा को प्राथमिकता देते हुए मंदिर प्रशासन ने गर्मी से राहत देने के लिए अनोखी पहल शुरू की है.
इस पहल के तहत मंदिर परिसर को ‘ठंडा-ठंडा, कूल-कूल’ बनाने के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं, जिससे श्रद्धालुओं को गर्मी में भी भगवान गणेश के दर्शन का सुखद अनुभव प्राप्त हो रहा है.
मंदिर प्रशासन ने गर्मी के प्रभाव को कम करने के लिए मंदिर के प्रवेश द्वार से लेकर गर्भगृह तक ग्रीन नेट और वाटर स्प्रिंकलर सिस्टम स्थापित किया है. हर 5 सेकंड में स्प्रिंकलर से पानी की बारीक फुहार निकलती है, जो मंदिर परिसर की हवा को ठंडा और ताजा बनाए रखती है. इस व्यवस्था से मंदिर परिसर का तापमान बाहर के मुकाबले 3 से 5 डिग्री सेल्सियस तक कम रहता है. ग्रीन नेट सूरज की तेज किरणों को रोकने में मदद करता है, जिससे परिसर में छांव बनी रहती है.
श्रद्धालुओं ने इस पहल की जमकर सराहना की है. नागपुर निवासी रमेश ठाकरे ने कहा, “गर्मी में मंदिर आना मुश्किल हो जाता था, लेकिन अब स्प्रिंकलर और ग्रीन नेट की वजह से दर्शन करना आसान और सुखद हो गया है. मंदिर प्रशासन का यह कदम वाकई सराहनीय है.”
एक अन्य श्रद्धालु प्रीति देशमुख ने बताया, “पानी की फुहार से गर्मी का एहसास कम होता है और मन को शांति मिलती है. यह व्यवस्था दर्शन के अनुभव को और खास बनाती है.”
मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य और सुविधा का भी विशेष ध्यान रखा है. परिसर में जगह-जगह पेयजल स्टेशन स्थापित किए गए हैं, जहां ठंडा और स्वच्छ पानी उपलब्ध है. इसके अलावा, छांव के लिए बड़े तंबू और हवा के लिए शक्तिशाली पंखे लगाए गए हैं. मंदिर के एक अधिकारी ने बताया, “हमारा उद्देश्य भक्तों को गर्मी से राहत देना और उनके दर्शन को आरामदायक बनाना है. गर्मी के मौसम में भी भक्तों की संख्या में कोई कमी न आए, इसके लिए हमने ये व्यवस्थाएं की हैं.”
मंदिर प्रशासन की इस अनूठी पहल ने अन्य धार्मिक स्थलों के लिए भी एक मिसाल कायम की है. गर्मी के इस मौसम में जब तापमान लगातार बढ़ रहा है, गणेश टेकड़ी मंदिर का यह प्रयास भक्तों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है.
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एकेएस/