गोंडा जिला प्रशासन की अनूठी पहल, मतदाता जागरूकता के लिए ‘हर घर सकोरा’ अभियान की शुरुआत

गोंडा, 11 अप्रैल . लोकसभा चुनाव के बीच यूपी के गोंडा जिले से एक अनूठी पहल सामने आई है, जहां लोकतंत्र के सबसे बड़े उत्सव को पक्षी कल्याण कार्यक्रम से जोड़ा गया है.

11 अप्रैल को राष्ट्रीय पालतू पशु दिवस के अवसर पर गोंडा जिला प्रशासन ने ‘हर घर सकोरा अभियान’ की शुरुआत की. इस अभियान के तहत पूरे शहर में ऐसे मिट्टी के सकोरे स्थापित किए जा रहे हैं, जिन पर मतदाता जागरूकता से संबंधित स्लोगन्स लिखे गए हैं.

सकोरा पर लिखे स्लोगन न सिर्फ मतदाताओं को लोकतंत्र के सबसे बड़े पर्व पर अपने मताधिकार का उपयोग करने के लिए प्रेरित करेंगे, बल्कि पक्षियों की प्यास और भूख मिटाकर उन्हें तरोताजा रखने में भी सहायक होंगे.

जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने इस पहल के बारे में बताया कि शहरी क्षेत्रों में मतदाता जागरूकता संदेशों से सजे पारंपरिक मिट्टी के पॉट (सकोरा) पेड़ों पर लगाए जा रहे हैं. ये सकोरा गौरैया, तोते, कोयल, मुनिया और अन्य पक्षियों को आकर्षित करेंगे और उनकी भूख-प्यास मिटाएंगे. सकोरा मिट्टी का एक बर्तन है, जिसमें पक्षियों के लिए पानी और दाने होंगे, ताकि गर्मी के दौरान उनकी भूख और प्यास को बुझाया जा सके. इस पर लिखे स्लोगन्स मतदाताओं को भी उनकी जिम्मेदारी के प्रति जागरूक करेंगे. यह पहल गोंडा में मतदाता जागरूकता के इतिहास में एक यादगार अध्याय लिखेगी.

उन्होंने बताया कि इस अभियान को निर्वाचन आयोग के सिस्टमेटिक वोटर एजुकेशन एंड इलेक्टोरल पार्टिसिपेशन (स्वीप) कार्यक्रम से जोड़ा गया है. साथ ही इस पहल के माध्यम से मिट्टी के खिलौने बनाने वाले कुम्हारों और स्थानीय कलाकारों के प्रयासों को भी प्रोत्साहित किया जा रहा है.

“हर घर सकोरा अभियान, 20 मई को करें मतदान” पहल गोंडा के पशुपालन विभाग द्वारा शुरू की गई है. डीएम और जिला निर्वाचन अधिकारी नेहा शर्मा ने जनपद मुख्यालय पर डीएम आवास के सामने इस कार्यक्रम की शुरुआत की.

कार्यक्रम के दौरान उन्होंने सभी विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि सभी लोग अपने ऑफिस और घरों के आसपास सकोरा अवश्य लगाएं, ताकि आने-जाने वाले लोगों को “सकोरा” में लिखा हुआ स्लोगन दिखाई दे और उसके माध्यम से जनपद में अधिक से अधिक लोगों तक मतदाता जागरूकता का संदेश पहुंच सके.

गोंडा जिले में लोकसभा चुनाव पांचवें चरण यानी 20 मई को होना है. गोंडा में 25.30 लाख मतदाता हैं, जिनमें 13.50 लाख पुरुष, 11.82 लाख महिलाएं और 94 ट्रांसजेंडर हैं.

2019 के लोकसभा चुनाव में इस क्षेत्र में 52.2 प्रतिशत मतदान रहा था, जो कि राज्य औसत 59.21 प्रतिशत से कम था.

विकेटी/एकेएस