गुरदासपुर, 13 सितंबर . केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण राज्यमंत्री शोभा करंदलाजे ने पंजाब के गुरदासपुर जिले के बाढ़ प्रभावित इलाके मकौड़ा पतन का दौरा किया. यहां उन्होंने बाढ़ से हुए भारी नुकसान का जायजा लिया और प्रभावित परिवारों से मुलाकात की. बाद में गुरदासपुर में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि पंजाब में बाढ़ ने भयानक तबाही मचाई है. केंद्र सरकार इस संकट में पीड़ितों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है. खास तौर पर, करतारपुर कॉरिडोर को बाढ़ के पानी ने काफी नुकसान पहुंचाया है, जिसकी मरम्मत केंद्र सरकार जल्द करवाएगी.
शोभा करंदलाजे ने बताया कि यह कॉरिडोर केंद्र सरकार द्वारा ही बनाया गया था, इसलिए इसका रखरखाव और मरम्मत भी केंद्र का दायित्व है. उन्होंने कहा, “बाढ़ के कारण पंजाब में कई जानें गईं, सैकड़ों पशु बह गए और हजारों घर तबाह हो गए. यह बेहद चिंताजनक स्थिति है.”
आंकड़ों के मुताबिक, गुरदासपुर सबसे ज्यादा प्रभावित जिला है, जहां 1.45 लाख लोग और 324 गांव डूब गए. पूरे पंजाब में 23 जिलों के 1,902 गांव जलमग्न हो चुके हैं, 3.8 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं और 43 से अधिक मौतें दर्ज की गई हैं. कृषि को भी भारी क्षति पहुंची है, जहां 1.48 लाख हेक्टेयर फसल डूब गईं.
उन्होंने केंद्र सरकार की तत्परता की सराहना की और बताया कि Prime Minister Narendra Modi ने पंजाब के बाढ़ पीड़ितों के लिए 1,600 करोड़ रुपए के विशेष राहत पैकेज की घोषणा की है. 9 सितंबर को पीएम ने गुरदासपुर का हवाई सर्वेक्षण किया और प्रभावितों से मुलाकात की. केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी 4 सितंबर को गुरदासपुर सहित प्रभावित जिलों का दौरा कर किसानों को केंद्र से पूर्ण सहायता का आश्वासन दिया. इसके अलावा, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना, बीएसएफ और एनजीओ जैसे खालसा एड ने बड़े पैमाने पर बचाव और राहत कार्य चलाए. गुरदासपुर में सेना ने हेलीकॉप्टर से 27 लोगों को सुरक्षित निकाला. कुल 11,330 लोगों को सुरक्षित स्थानांतरित किया गया.
हालांकि, शोभा करंदलाजे ने पंजाब सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने आरोप लगाया कि State government के पास पहले से 12,000 करोड़ रुपए उपलब्ध थे, लेकिन इन्हें खर्च नहीं किया गया.
उन्होंने सलाह दी कि राज्य को बाढ़ प्रबंधन के लिए बेहतर तैयारी करनी चाहिए, जैसे सतलुज, ब्यास, रावी और घग्गर नदियों के तटबंधों को मजबूत करना.
वहीं, Union Minister ने प्रभावितों को भरोसा दिलाया कि केंद्र सरकार फसल क्षतिपूर्ति, घरों के पुनर्निर्माण और स्वास्थ्य सेवाओं के लिए हर संभव मदद करेगी. उन्होंने एनजीओ और स्थानीय प्रशासन से राहत कार्य तेज करने को कहा. गुरदासपुर के डेरा बाबा नानक, कलानौर और बहरामपुर जैसे इलाकों में राहत शिविर चल रहे हैं. पंजाब गवर्नर गुलाब चंद कटारिया ने भी 3 सितंबर को इन क्षेत्रों का दौरा किया था. यह दौरा केंद्र-राज्य सहयोग को मजबूत करने का संकेत देता है.
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एसएचके/एएस