New Delhi, 22 अक्टूबर . वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल 23 अक्टूबर से जर्मनी का दौरा करेंगे, जहां वे द्विपक्षीय व्यापार और निवेश को बढ़ावा देने के लिए मुख्य कार्यकारी अधिकारियों और उद्योग जगत के दिग्गजों के साथ बातचीत करेंगे. Wednesday को एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई.
मंत्रालय के एक बयान के अनुसार, बर्लिन यात्रा जर्मनी के साथ India के जुड़ाव को बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है और इसका विशेष महत्व है, क्योंकि वर्ष 2025 भारत-जर्मनी रणनीतिक साझेदारी की 25वीं वर्षगांठ है, जो द्विपक्षीय संबंधों की गहराई, लचीलेपन और दीर्घकालिक मजबूती को उजागर करती है.
आधिकारिक बयान में कहा गया है कि गोयल की बैठकें दोनों देशों के वरिष्ठ Governmentी अधिकारियों, उद्योग जगत के नेताओं और व्यावसायिक संघों के साथ उच्च-प्रभावी बातचीत को सुगम बनाने के लिए आयोजित की गई हैं.
बैठक के दौरान गतिशील भारत-जर्मनी आर्थिक साझेदारी को और मजबूत करने तथा व्यापार एवं निवेश सहयोग बढ़ाने के नए रास्ते तलाशने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा.
गोयल लक्जमबर्ग के उप-Prime Minister और विदेश एवं व्यापार मंत्री जेवियर बेटेल के साथ एक उच्च-स्तरीय बैठक भी करेंगे, जिसमें द्विपक्षीय व्यापार संबंधों को मजबूत करने, लक्जमबर्ग की India की आगामी राजकीय यात्रा, वर्तमान क्षेत्रीय घटनाक्रमों और प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा की जाएगी.
अपनी बर्लिन यात्रा के दौरान, गोयल तीसरे बर्लिन ग्लोबल डायलॉग (बीजीडी) में एक वक्ता के रूप में भी भाग लेंगे—यह एक वार्षिक शिखर सम्मेलन है जो वैश्विक अर्थव्यवस्था को आकार देने वाले मुद्दों पर विचार-विमर्श करने के लिए व्यापार, Government और शिक्षा जगत के नेताओं को एक साथ लाता है.
इस सत्र में यह पता लगाया जाएगा कि राष्ट्र और व्यवसाय किस प्रकार एक उभरते वैश्विक व्यापार परिदृश्य में आगे बढ़ रहे हैं, बाजार पहुंच बढ़ाने और एक नए व्यापारिक पारिस्थितिकी तंत्र के निर्माण के लिए व्यावहारिक मार्गों की पहचान कर रहे हैं जो सतत वैश्विक विकास को गति प्रदान करता है.
इस यात्रा के एक प्रमुख घटक में शेफलर ग्रुप, रेन्क व्हीकल मोबिलिटी सॉल्यूशंस, हेरेनक्नेच्ट एजी, इन्फिनियन टेक्नोलॉजीज एजी, एनरट्रैग एसई और मर्सिडीज-बेंज ग्रुप एजी जैसी प्रमुख जर्मन कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों के साथ आमने-सामने की कई बैठकें शामिल होंगी.
मंत्री जर्मन मिटेलस्टैंड कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों और नेताओं के साथ एक गोलमेज सम्मेलन की अध्यक्षता भी करेंगे और जर्मन उद्योग महासंघ (बीडीआई) तथा एशिया-प्रशांत जर्मन व्यापार संघ (एपीए) के प्रतिनिधियों से भी मुलाकात करेंगे.
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एमएस/डीकेपी