Mumbai , 20 जून केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह ने Friday को कहा कि सहकारिता मंत्रालय ने देशभर में सहकारी क्षेत्र में बदलाव लाने के लिए कई फैसले लिए हैं.
उन्होंने घोषणा की कि केंद्र Government सहकारी क्षेत्र में बीमा सेवाओं की सुविधा के लिए एक सहकारी बीमा कंपनी स्थापित करेगी और इससे कई नए अवसर खुलेंगे.
नई इकाई से सहकारी संस्थाओं के लिए जरूरत के मुताबिक बीमा समाधान उपलब्ध होंगे, साथ ही बेहतर जोखिम कवरेज और वित्तीय सुरक्षा सुनिश्चित होगी.
इसके अलावा, केंद्र Government ने दो लाख प्राथमिक कृषि सहकारी समितियां (पीएसीएस) स्थापित करने का फैसला किया, जिससे हर पंचायत में उनकी उपस्थिति संभव हो पाएगी.
नई पीएसीएस बहुआयामी होंगी और वे 22 अलग-अलग गतिविधियां कर सकेंगी.
उन्होंने कहा, “प्राथमिक कृषि निधि प्रदान करने के वर्तमान कार्य के अलावा, पीएसीएस पेट्रोल पंप चलाने, गैस वितरण करने, ‘हर घर नल से जल योजना’ के तहत रखरखाव करने और रेलवे और हवाई टिकट बुकिंग करने सहित विभिन्न कार्य करेंगी.”
नैफेड द्वारा आयोजित सम्मेलन में अपने भाषण में Union Minister शाह ने कहा कि 71,000 पीएसीएस में से लगभग 52,000 कम्प्यूटरीकरण और संबंधित पहलों के कारण सक्रिय हो गए हैं.
उन्होंने आगे कहा, “पूरी दुनिया के लिए सहकारिता एक व्यवस्था हो सकती है, लेकिन India के लिए सहकारिता हमारी पारंपरिक जीवन पद्धति का दर्शन है. साथ आना, साथ सोचना, एक लक्ष्य की ओर मिलकर काम करना, सुख-दुख में एक-दूसरे के साथ खड़े रहना – यही India के जीवन दर्शन की आत्मा है.”
Union Minister ने कहा, “चाहे देशभर में किसानों के अनाज की एमएसपी पर खरीद हो या पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत हर गरीब को 5 किलो मुफ्त अनाज उपलब्ध कराना हो, एनसीसीएफ और नैफेड इन सभी पहलों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.”
उन्होंने कहा कि सहकारिता आंदोलन को मजबूत बनाने के लिए Government ने एक डेटाबेस तैयार किया है, जो राज्य रजिस्ट्रार स्तर पर भी उपलब्ध होगा.
इसके अतिरिक्त, Union Minister ने घोषणा की कि त्रिभुवन सहकारी विश्वविद्यालय, जो राष्ट्रीय स्तर पर काम करेगा, का शिलान्यास अगस्त तक हो जाएगा.
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एबीएस/