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New Delhi, 10 नवंबर . केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह Monday को शहरी सहकारी ऋण क्षेत्र पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन ‘सहकारी कुंभ’ (कॉपकुंभ 2025) का उद्घाटन करेंगे. यह कार्यक्रम New Delhi के विज्ञान भवन में आयोजित किया जाएगा.
‘सहकारी कुंभ’ दो दिवसीय कार्यक्रम है. इस साल कार्यक्रम की थीम ‘डिजिटाइजिंग ड्रीम्स-एम्पावरिंग कम्युनिटीज’ रखी गई है. कार्यक्रम का उद्देश्य वित्तीय समावेशन के लिए सहकारी नींव को मजबूत करना और सहकारी बैंकिंग परिदृश्य में इनोवेशन को बढ़ावा देना है.
यह सम्मेलन राष्ट्रीय शहरी सहकारी बैंक और ऋण समितियों के महासंघ (एनयूसीएफडीसी) की ओर से India Government के सहकारिता मंत्रालय के साथ संयुक्त रूप से आयोजित किया जा रहा है. यह मंच India और विदेशों के नीति निर्माताओं, नियामकों, सहकारी नेताओं, वित्तीय संस्थानों और टेक्नोलॉजी इनोवेटर्स के बीच सहयोग को बढ़ावा देने के लिए बनाया गया है.
एनयूसीएफडीसी अध्यक्ष लक्ष्मी दास का कहना है, “सम्मेलन में डिजिटल परिवर्तन, शासन सुधार और सहकारी क्षेत्र में महिला और युवा नेतृत्व के सशक्तिकरण समेत कई मुद्दों पर विचार-विमर्श किया जाएगा.”
उन्होंने बताया कि ‘सहकारी कुंभ 2025’ संवाद, नवाचार और साझा दृष्टिकोण के माध्यम से समुदायों को सशक्त बनाने का एक प्रयास है, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि सहकारी मॉडल India की समावेशी विकास गाथा में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहे.
सम्मेलन में विश्व क्रेडिट यूनियन परिषद और ग्रीनस्टोन फार्म क्रेडिट सर्विसेज के प्रतिनिधियों समेत अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों की भागीदारी होगी, जो अपने विचार शेयर करेंगे.
सहकारी कुंभ 2025 संयुक्त राष्ट्र की ओर से घोषित ‘अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष 2025’ के अनुरूप है, जो वैश्विक सहकारी आंदोलन में एक महत्वपूर्ण क्षण को चिह्नित करता है. यह आयोजन आर्थिक सशक्तिकरण, डिजिटल इनोवेशन और समुदाय-संचालित विकास को आगे बढ़ाने में सहकारी वित्त की महत्वपूर्ण भूमिका को भी दर्शाता है.
फिलहाल, कॉपरेटिव इकोसिस्टम के प्रमुख हितधारकों की भागीदारी के साथ ‘सहकारी कुंभ 2025’ India के शहरी सहकारी ऋण संस्थानों के लिए बड़ा परिवर्तनकारी साबित हो सकता है. यह जमीनी स्तर पर वित्तीय समावेशन और सामाजिक प्रगति के इंजन के रूप में उनकी भूमिका को मजबूत कर सकता है.
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डीसीएच/