बंगाल हिंसा पर केंद्रीय मंत्री ने ममता सरकार पर लगाया तुष्टिकरण का आरोप, राष्ट्रपति शासन की मांग  

पटना, 12 अप्रैल . ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) शासित पश्चिम बंगाल के कई जिलों में वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2025 के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन देखने को मिल रहा है. केंद्रीय मंत्री राज भूषण निषाद ने ममता सरकार पर तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया. साथ ही उन्होंने पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन की मांग की.

केंद्रीय मंत्री राज भूषण निषाद ने ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा, “बंगाल में तुष्टिकरण की राजनीति को पराकाष्ठा पर पहुंचा दिया गया है. देशद्रोहियों की मदद की जा रही है. ऐसा लगता ही नहीं है कि बंगाल में हिंदुस्तान की सरकार है. ऐसा लगता है कि वहां पर रोहिंग्या की सरकार है. वहां पर लॉ एंड ऑर्डर को कंट्रोल करने के लिए राष्ट्रपति शासन लगाना चाहिए.”

इससे पहले ममता बनर्जी ने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर सभी से शांति बनाए रखने की अपील की थी. उन्होंने लिखा था, “सभी धर्मों के लोगों से मेरी विनम्र अपील है कि कृपया शांत और संयमित रहें. धर्म के नाम पर किसी भी अधार्मिक व्यवहार में शामिल न हों. हर इंसान की जान कीमती है, राजनीति के लिए दंगे मत भड़काओ. जो लोग दंगा कर रहे हैं वे समाज को नुकसान पहुंचा रहे हैं.”

ममता ने वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2025 का जिक्र करते हुए लिखा, “याद रखिए, हमने वह कानून नहीं बनाया है, जिससे बहुत से लोग नाराज हैं. यह कानून केंद्र सरकार द्वारा बनाया गया है. इसलिए जवाब केंद्र सरकार से मांगा जाना चाहिए. हमने इस मामले पर अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है – हम इस कानून का समर्थन नहीं करते हैं. यह कानून हमारे राज्य में लागू नहीं किया जाएगा, तो फिर दंगा किस बात पर है?”

दंगा फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की चेतावनी देते हुए उन्होंने लिखा, “यह भी याद रखें कि हम दंगे भड़काने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे. हम किसी भी हिंसक गतिविधि का समर्थन नहीं करते हैं. कुछ राजनीतिक दल राजनीतिक लाभ के लिए धर्म का दुरुपयोग करने की कोशिश कर रहे हैं. उनके बहकावे में मत आइए. मेरा मानना है कि धर्म का अर्थ है मानवता, दया, सभ्यता और सद्भाव. सभी लोग शांति और सद्भाव बनाए रखें – यही मेरी अपील है.”

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