केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा, ‘आठवीं तक हो मातृभाषा में पढ़ाई’

भुवनेश्वर, 22 दिसंबर . केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने रविवार को ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में ‘डीएवी यूनाइटेड फेस्टिवल’ के छठे संस्करण में भाग लिया. ओडिशा में पहली बार मनाया जा रहा यह दो दिवसीय कार्यक्रम ‘प्रयोजन के लिए एकता’ थीम पर आधारित है.

धर्मेंद्र प्रधान ने फेस्टिवल में मीडिया से बात करते हुए कहा, “आरंभिक दिनों में बच्चा जिस भाषा में सुनता और बोलता है, उसी यदि वह पढ़ेगा और लिखेगा, तो उनकी आलोचनात्मक सोच क्षमता में सुधार होगा. राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) में यही कहा गया है. मैं आज डीएवी को अनुरोध करने आया था कि उनके एक हजार स्कूलों में कम से कम आठवीं कक्षा तक शिक्षा का माध्यम संबंधित राज्य की स्थानीय भाषा हो. डीएवी वाले उस प्रयोग को आगे बढ़ाएंगे.”

फेस्टिवल में हिस्सा लेने के लिए आए एसएसी रोबोटिक्स लैब के संस्थापक शाक्यसिंह महापात्रा ने से कहा, “यहां रोबोटिक शिक्षा के लिए मेरा एक स्टॉल है. हम वास्तव में भाग्यशाली हैं. केंद्रीय शिक्षा मंत्री हमारी भारतीय भाषाओं पर ध्यान केंद्रित करते हैं. उन्होंने राष्ट्रीय शिक्षा नीति की रूपरेखा और राष्ट्रीय शिक्षा नीति के कार्यान्वयन के बारे में जोरदार तरीके से बात की है. मैं पूरे डीएवी संघों और सभी डीएवी संस्थानों के सभी हितधारकों को यहां आने और छात्रों को ओडिशा लाने तथा इसे बड़े पैमाने पर करने के लिए धन्यवाद देता हूं. मैं चाहता हूं कि संगठन यहां से आगे बढ़े और हम एक हितधारक होने के नाते इससे बहुत खुश हैं.”

डीएवी ओडिशा के स्टॉल में एक छात्रा ने को बताया कि यह पहली बार डीएवी यूनाइटेड फेस्टिवल का आयोजन ओडिशा में हो रहा है. केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भी स्टॉल में आए और उन्होंने हमारे साथ अच्छा समय बिताया. यहां हम केवल ओडिशा राज्य विद्यालय संगठन के 52 विद्यालयों के बारे में बात कर रहे हैं. हम इस उत्सव के लिए बहुत सम्मानित महसूस कर रहे हैं.

एफजेड/एकेजे