रामल्लाह, 27 जुलाई . संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) ने गाजा में हो रहे संघर्ष के बीच सेंट हिलारियन मठ को हेरिटेज इन डेंजर वाली सूची में शामिल किया. फिलिस्तीनी पर्यटन विभाग ने इसकी जानकारी दी.
समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने शुक्रवार को फिलिस्तीनी पर्यटन मंत्रालय के हवाले से कहा, “भारत में आयोजित विश्व धरोहर समिति के 46वें सत्र के दौरान फिलिस्तीन ने गाजा में सेंट हिलारियन मठ के आपातकालीन पंजीकरण को खतरे में पड़ी विश्व धरोहर की सूची में शामिल करने में सफलता हासिल की है.”
फिलिस्तीन के पर्यटन मंत्री हानी अल हायेक ने बयान में कहा, “इजरायल के हमलों के मद्देनजर गाजा में स्थित सेंट हिलारियन मठ का आपातकालीन पंजीकरण किया गया है, जो गाजा में फिलिस्तीनी सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने का काम करेगा. यहां युद्ध के कारण 100 से अधिक विरासत, पुरातात्विक और सांस्कृतिक स्थलों को पूरी तरह या आंशिक रूप से नष्ट कर दिया गया है.”
यूनेस्को के अनुसार, सेंट हिलारियन मठ मध्य पूर्व के सबसे पुराने स्थलों में से एक है. इसकी स्थापना सेंट हिलारियन ने की थी, ये ईसाई मठ है.
बता दें कि एशिया और अफ्रीका के बीच व्यापार और विनिमय के मुख्य मार्गों के चौराहे पर स्थित यह मठ धार्मिक, सांस्कृतिक और आर्थिक आदान-प्रदान का केंद्र था.
यूनेस्को के अनुसार, विश्व धरोहर के खतरे की सूची में शामिल होने से संपत्ति की सुरक्षा की गारंटी के लिए अंतरराष्ट्रीय तकनीकी और वित्तीय सहायता तंत्र में वृद्धि का रास्ता खुल जाता है और यदि आवश्यक हो तो इसके पुनर्वास में मदद भी मिलती है.
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एफएम/केआर