बिहार: नारी गुंजन पहल के तहत दलित समाज की महिलाओं ने आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ाया कदम

Patna, 19 सितंबर . बिहार में अनुसूचित जाति (एससी) समुदाय के एक अत्यंत गरीब वर्ग मुसहर समुदाय की कई महिलाएं कौशल सीखने के बाद नई उड़ान भरने की तैयारी में हैं.

Patna के दानापुर प्रखंड की मुसहर समुदाय की छह महिलाओं ने ऑटोमोबाइल रिपेयरिंग कौशल का प्रशिक्षण सफलतापूर्वक पूरा किया और उन्हें प्रशिक्षकों द्वारा सम्मानित भी किया गया. ये प्रशिक्षित पेशेवर नई ऊंचाइयां छू रही हैं और अब पिंक बसें चलाने के लिए तैयार हैं.

यह पहल ‘नारी गुंजन’ नामक संगठन द्वारा शुरू की गई थी, जो महिलाओं की शिक्षा और आत्मनिर्भरता की दिशा में काम कर रहा है.

दानापुर के लालकोठी स्थित परिसर में आयोजित समापन समारोह में लड़कियों को सम्मानित किया गया, जो Patna तथा आसपास के जिलों के विभिन्न गांवों से आई हुई थीं.

इस अवसर पर बिहार Government की सचिव वंदना प्रेयसी ने सभी विद्यार्थियों को बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की.

उन्होंने कहा, “नारी गुंजन ने जिस दृढ़ संकल्प और समर्पण के साथ मुसहर समुदाय की बेटियों को आत्मनिर्भरता का मार्ग दिखाया है, वह बेहद प्रेरणादायक है. इन लड़‌कियों ने साबित कर दिया है कि अवसर मिलने पर हर लड़की अपनी प्रतिभा और क्षमता का प्रदर्शन कर सकती है.”

18 अगस्त से 16 सितम्बर तक आयोजित इस प्रशिक्षण में उन्हें ऑटोमोबाइल कौशल विकास के विभिन्न पहलुओं का प्रशिक्षण दिया गया.

1987 में शुरू की गई नारी गुंजन योजना जमीनी स्तर पर सबसे वंचित मुसहर समुदाय के लिए आशा और सशक्तिकरण की किरण के रूप में काम करती है.

संगठन का मुख्य लक्ष्य सबसे गरीब, भूमिहीन और ग्रामीण महिलाओं का उत्थान करना है, जिन्हें ऐतिहासिक रूप से आर्थिक अभाव, सामाजिक भेदभाव, Political उपेक्षा और सांस्कृतिक अदृश्यता का सामना करना पड़ा है.

नारी गुंजन की इस पहल ने शिक्षा के माध्यम से सामाजिक परिवर्तन और आर्थिक सशक्तिकरण की एक नई मिसाल कायम की है.

एकेएस/डीएससी