दिल्ली : बस मार्शलों को फिर बहाल करने के लिए विधानसभा में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित

नई दिल्ली ,26 सितंबर . दिल्ली विधानसभा का दो दिवसीय विशेष सत्र गुरुवार से शुरू हुआ. आतिशी के मुख्यमंत्री बनने के बाद यह पहला सत्र है. सदन के शुरू होते ही पहले सत्ता पक्ष और फिर विपक्ष ने काफी हंगामा किया. आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक कुलदीप कुमार ने सत्र में उठाए गए मुद्दों के बारे में से बात की.

कुलदीप कुमार ने बताया कि आज सत्र में सबसे पहला मुद्दा दिल्ली के बस मार्शलों का उठा. दिल्ली में हमारी बहन-बेटियों की सुरक्षा करने वाले बस मार्शलों को दिल्ली के उपराज्यपाल ने एक झटके में नौकरी से निकाल दिया. इस मामले में सच्चाई सामने लाने के लिए आज सदन में चर्चा हुई जिसमें प्रस्ताव पारित किया गया है कि 3 अक्टूबर को विपक्ष और सत्तापक्ष के विधायक उपराज्यपाल कार्यालय जाएंगे और मार्शलों को उनकी नौकरी वापस दिलाई जाएगी, “जो एलजी ने साजिश के तहत छीन ली है”.

उन्होंने कहा, “दिल्ली के 1,100 पेड़ों को काटकर पर्यावरण को प्रदूषित करने का काम दिल्ली के उपराज्यपाल ने किया है. इस मामले की सुप्रीम कोर्ट लगातार सुनवाई कर रहा है. जिस तरह से एलजी ने सभी नियम कानूनों को ताक पर रखकर तानाशाही के बल पर पेड़ों को काटा है, उसके लिए सुप्रीम कोर्ट हमेशा फटकार लगाता रहा है.”

आप विधायक महेंद्र गोयल ने से कहा कि आज इस सत्र में बहुत महत्वपूर्ण मुद्दे उठाए गए, जिसमें दिल्ली में तैनात बस मार्शलों को हटाने का मुद्दा भी शामिल है. इस संबंध में सत्ता पक्ष और विपक्ष ने सदन में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया. अब बस मार्शलों को फिर से बहाल किया जाएगा.

उन्होंने कहा कि अब अरविंद केजरीवाल आ गए हैं और दिल्ली की जनता के काम रोकने का जो काम भाजपा करती आ रही है, उन कामों को अब फिर से शुरू किया जा रहा है.

उल्लेखनीय है कि दिल्ली में नया मुख्यमंत्री बनने के बाद आज से विधानसभा का दो दिवसीय विशेष सत्र शुरू हो गया. दिल्ली आबकारी नीति घोटाले में जमानत पर रिहा होने के बाद अरविंद केजरीवाल ने आज सदन में भाजपा और पीएम मोदी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि “पीएम मोदी भगवान नहीं हैं”. कुर्सी से चिपके रहना अच्छी बात नहीं है. उन्होंने उपराज्यपाल पर भी दिल्ली के विकास को रोकने का आरोप लगाया.

आरके/एकेजे