मुंबई, 2 जुलाई . रत्नागिरि-सिंधुदुर्ग से भारतीय जनता पार्टी के सांसद एवं महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे ने बुधवार को शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे को हिंदुत्व और मराठी भाषा पर बोलने का कोई अधिकार नहीं है.
उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे के साथ आने की चर्चाओं को लेकर नारायण राणे ने कहा, “कोई किधर भी जाए वह उनका निजी फैसला है. राज ठाकरे कभी उद्धव ठाकरे को नहीं बुलाएंगे, क्योंकि उनके पास अब शिवसेना कहां बची है. असली शिवसेना एकनाथ शिंदे की है, उद्भव ठाकरे की शिवसेना नकली है. विपक्ष के पास सरकार को घेरने की ताकत नहीं है.”
उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे की तरफ से मराठी भाषा को लेकर की जा रही राजनीति पर राणे ने कहा, “दोनों नेताओं ने मराठी मुद्दा उठाया. वे बताएं कि अपने बच्चों को इंग्लिश माध्यम से क्यों पढ़ा रहे हैं. राजनीति करने के लिए कोई मुद्दा चाहिए और उद्धव ठाकरे के पास कोई मुद्दा नहीं है. वह किसान और अन्य मुद्दे का प्रश्न नहीं उठा सकते, क्योंकि जब वह खुद मुख्यमंत्री थे तो इन मुद्दों पर कुछ नहीं किया. उद्धव ठाकरे मराठी भाषा मुद्दे पर जबरदस्ती श्रेय लेने के लिए बीच में कूद गए हैं. उन्होंने कभी किसी मुद्दे पर काम नहीं किया. वह बताएं कि मराठी युवाओं की नौकरी के लिए क्या काम किया?”
दोनों भाइयों के साथ आने पर भाजपा को तकलीफ वाले उद्धव ठाकरे के बयान पर भाजपा सांसद ने कहा, “हमें कोई तकलीफ नहीं, दो भाई ही नहीं और भी भाई जोड़ लो, हमें कोई फर्क नहीं पड़ने वाला. हमारी महायुति की सरकार को कोई फर्क नहीं पड़ता. हमारे पास 235 विधायक हैं.”
उन्होंने कहा, “अगर दोनों भाई साथ आते हैं, तो इससे कोई फर्क नहीं पड़ता. अगर उद्धव को राज ठाकरे पर बहुत प्यार आ रहा है तो मातोश्री का एक भाग राज ठाकरे तो दे दें. उद्धव ठाकरे दो बार राज ठाकरे के साथ धोखा कर चुके हैं और इस बार भी धोखा दे देंगे. राज ठाकरे की जिम्मेदारी है उद्धव ठाकरे को पहचानें.”
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एससीएच/एकेजे