मुंबई, 28 मार्च . महाराष्ट्र भाजपा के नेता और विधायक राम कदम ने उद्धव ठाकरे द्वारा राज्य सरकार और कानून-व्यवस्था पर उठाए गए सवालों पर पलटवार करते हुए उनकी मानसिक स्थिति पर टिप्पणी की है.
राम कदम ने शुक्रवार को समाचार एजेंसी से कहा कि उद्धव ठाकरे की स्थिति “हताशा और निराशा से भरी हुई है, और उनका मानसिक संतुलन बिगड़ चुका है”.
उन्होंने दिशा सालियन मामले का जिक्र करते हुए कहा कि उनके बेटे का नाम इसमें सामने आ रहा है और दिशा सालियन के पिता ने इस मामले में आरोप लगाए हैं. ‘सुपारीबाज’ कामरा उनकी लिखी हुई स्क्रिप्ट पढ़ रहे थे. उनके खुद के मंत्री और अपने लोग जब छोड़कर चले जाते हैं, तो उनकी मानसिक स्थिति हम समझ सकते हैं.
राम कदम ने कहा कि उद्धव ठाकरे को बताने का कोई हक नहीं है कि सफलता और विफलता क्या होती है, क्योंकि जब वह मुख्यमंत्री थे, तो उन्होंने एक भी मिनट मंत्रालय में नहीं बिताया और न ही किसी से मुलाकात की. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कोविड-19 के बाद भी उद्धव ठाकरे मंत्रालय नहीं गए और अब वह सरकार और कानून-व्यवस्था पर सवाल उठा रहे हैं.
भाजपा नेता ने कहा कि उद्धव ठाकरे को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के पास जाकर वहां की कानून-व्यवस्था देखनी चाहिए, क्योंकि पश्चिम बंगाल में कानून-व्यवस्था पूरी तरह से ठप हो चुकी है. उन्होंने तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी को भी चेतावनी दी कि हिंदू परिवारों के साथ हो रहे अत्याचारों पर उन्हें ध्यान देना चाहिए, क्योंकि अगर वह इसे नजरअंदाज करती हैं, तो भगवान उन्हें सजा जरूर देंगे.
उन्होंने ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल में जो घटनाएं हो रही हैं, उनमें ममता बनर्जी की भूमिका है और वह हिंदू परिवारों के खिलाफ हो रहे अत्याचारों की जिम्मेदार हैं.
इसके साथ ही, राम कदम ने कर्नाटक में दूध की कीमतों में वृद्धि पर भी टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि कांग्रेस चुनाव के समय रेवड़ी बांटती है, लेकिन चुनाव खत्म होने के बाद यह पार्टी जनता की जेब से पैसे लूटने की कोशिश करती है. उन्होंने कहा कि कर्नाटक में दूध के दामों में वृद्धि करना लोगों के साथ धोखा है.
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पीएसएम/एकेजे