नई दिल्ली, 24 फरवरी . ऑस्ट्रेलिया की क्वींसलैंड यूनिवर्सिटी (यूक्यू) और आईआईटी दिल्ली ने अपने प्रतिष्ठित संयुक्त पीएचडी कार्यक्रम के लिए प्रवेश प्रक्रिया शुरू करने की घोषणा की है. यह संयुक्त पीएचडी कार्यक्रम जुलाई 2025 में शुरू होना है. इसके लिए आवेदन प्रारंभ हो चुका है और अंतिम तारीख 18 मार्च है.
इस वैश्विक व संयुक्त पीएचडी पाठ्यक्रम का सबसे बड़ा लाभ यह होगा कि इसमें दाखिला लेने वाले भारतीय छात्रों को ऑस्ट्रेलियाई यूनिवर्सिटी में अध्ययन और रिसर्च का अवसर प्राप्त होगा. भारतीय छात्र ऑस्ट्रेलियाई विश्वविद्यालय के ब्रिस्बेन परिसर में एक साल बिताएंगे. ठीक इसी प्रकार दाखिला लेने वाले विदेशी छात्रों को आईआईटी दिल्ली में रिसर्च का अवसर प्राप्त होगा.
आईआईटी दिल्ली के मुताबिक, भारत और ऑस्ट्रेलिया के इस संयुक्त पीएचडी प्रोग्राम में वर्तमान में 100 से अधिक छात्र नामांकित हैं. यह संयुक्त पीएचडी प्रोग्राम एक अद्वितीय व वैश्विक शैक्षणिक अनुभव प्रदान करता है. इस पीएचडी कार्यक्रम की एक विशेषता यह भी है कि इसमें नियमित भारतीय पीएचडी कार्यक्रमों की तुलना में उच्च फेलोशिप राशि भी शामिल है.
आईआईटी दिल्ली का कहना है कि वर्तमान पीएचडी कार्यक्रम में विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग, गणित, मानविकी और सामाजिक विज्ञान की पृष्ठभूमि वाले असाधारण उम्मीदवारों के लिए आवेदन खुले हैं. पीएचडी उम्मीदवारों को ऑस्ट्रेलिया स्थित क्वींसलैंड विश्वविद्यालय के ब्रिस्बेन परिसर में एक साल और आईआईटी दिल्ली में तीन साल पढ़ने व रिसर्च का अवसर मिलेगा. इससे उन्हें मूल्यवान अंतरराष्ट्रीय शोध अनुभव प्राप्त होगा.
क्वींसलैंड विश्वविद्यालय व आईआईटी दिल्ली की संयुक्त पीएचडी के सभी सफल आवेदकों को उनकी उम्मीदवारी की अवधि के लिए अधिकतम 4 वर्षों तक (पूर्णकालिक अध्ययन भार के आधार पर) छात्रवृत्ति की पेशकश भी की जाएगी. इच्छुक उम्मीदवारों के लिए, 25 फरवरी और 4 मार्च, 2025 को सूचना सत्र भी आयोजित किए जा रहे हैं. वे ऑनलाइन लिंक का उपयोग करके सत्र के लिए पंजीकरण करा सकते हैं.
क्वींसलैंड विश्वविद्यालय-आईआईटी दिल्ली रिसर्च अकादमी ने एक नए पीएचडी प्रोजेक्ट के माध्यम से स्लरी परिवहन में अत्याधुनिक अनुसंधान का समर्थन करने के लिए अपने उद्योग भागीदार, द वियर ग्रुप के साथ भी हाथ मिलाया है.
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जीसीबी/