भारत में यूसीसी लागू नहीं हो सकता : वारिस पठान

मुंबई, 27 जनवरी . एआईएमआईएम के नेता वारिस पठान ने रविवार को से उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता (यूसीसी) लागू होने सहित अन्य मुद्दों पर बात की

उत्तराखंड में सोमवार को यूसीसी लागू किया जाएगा. इस पर एआईएमआईएम के नेता वारिस पठान ने कहा कि ये कहां का यूनिफॉर्म सिविल कोड है. भारत विविधता में एकता के लिए जाना जाता है. विविधता हमारे देश का एक अहम हिस्सा है. सरकार यह कानून लाकर मुसलमानों की शादी और संपत्ति वाले अधिकार में दखलअंदाजी करना चाहती है. यूसीसी लाने का मकसद एक ही है कि किसी प्रकार से मुसलमान को परेशान किया जाए. इस देश में यूसीसी लागू नहीं हो सकता क्योंकि हमारा देश एकता में विविधता के लिए जाना जाता है.

पद्म पुरस्कार के एलान पर उन्होंने कहा कि पीएम मोदी कहते हैं कि सबका साथ सबका विकास और सबका विश्वास. लेकिन अवार्ड किसे दे रहे हैं ज्यादातर ऐसे लोग है जिन लोगों ने हमारी बाबरी मस्जिद को शहीद किया है. साध्वी ऋतंभरा आडवाणी जी के साथ थी. उन्हें पुरस्कार दिया जा रहा है. भाजपा को नफरत फैलाना आता है, इससे ज्यादा भाजपा ने देश के लिए कुछ नहीं किया है.

महाकुंभ पर हुसैन दलवई के बयान पर वारिस पठान ने कहा कि कांग्रेस पार्टी को इस पर स्पष्टीकरण देना चाहिए. मैं यह मानता हूं कि हर एक व्यक्ति को अपने धर्म का पालन करने का अधिकार है. प्रयागराज में महाकुंभ लगा हुआ है. वहां लोग जा रहे हैं. वहां नहाने से पाप धुल जाते हैं. अच्छा है नहाने से पाप धुल जाएंगे तो फिर पाप नहीं करना चाहिए. सरकार हमारी सबका साथ सबका विकास की बात करती है. लेकिन कुंभ में मुसलमान को स्टॉल लगाने नहीं दिया जा रहा है. कोई व्यक्ति दो वक्त की रोजी-रोटी कमाना चाहता है तो क्या तकलीफ है.

मुंबई 26/11 हमले के दोषी तहव्वुर हुसैन राणा को भारत लाया जा रहा है. इस पर वारिस पठान ने कहा कि अगर कोई आतंकवादी गतिविधि में शामिल है तो उसे पर कार्रवाई की जानी चाहिए. हमने हमेशा आतंकवादी गतिविधियों का विरोध किया है. तहव्वुर राणा को भारत लाना चाहिए. कोर्ट का जो भी निर्णय होगा. हम सभी को मंजूर होना होगा.

डीकेएम/एकेजे