पटना, 26 मई . बिहार की राजधानी पटना में बेली रोड स्थित एक निजी अस्पताल में कोरोनावायरस के दो संदिग्ध मामले सामने आए है. इस तरह का मामला एक साल बाद सामने आने से स्वास्थ्य प्रशासन में चिंता बढ़ गई है.
अस्पताल के एक अधिकारी के अनुसार, दोनों मरीज चार दिन पहले सर्दी, खांसी, बुखार और सांस लेने में कठिनाई की शिकायत लेकर ओपीडी में आए थे.
जांच में दोनों के ऑक्सीजन स्तर में गिरावट देखी गई, जिसके बाद अस्पताल ने कोविड-19 परीक्षण किया.
इनमें से एक मरीज की हालत गंभीर होने के कारण उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया, जबकि दूसरे मरीज को बाह्य उपचार से ठीक कर दिया गया है.
अस्पताल ने सिविल सर्जन कार्यालय को सूचित कर दिया है और दोनों मामलों की पुष्टि के लिए जिला स्वास्थ्य अधिकारियों से संपर्क किया जा रहा है.
सिविल सर्जन डॉ. अविनाश कुमार सिंह ने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा, “हम अस्पताल के संपर्क में हैं. जांच के नतीजे आने के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी.”
अस्पताल के एक वरिष्ठ डॉक्टर ने खुलासा किया कि हाल के दिनों में तीन से चार मरीज सांस लेने में तकलीफ सहित इसी तरह के लक्षणों के साथ आए, लेकिन उन्होंने चिकित्सकीय सलाह के बावजूद कोविड-19 परीक्षण कराने से इनकार कर दिया.
पटना में इतने लंबे अंतराल के बाद कोरोना वायरस के फिर से उभरने से जिला स्वास्थ्य तंत्र सतर्क हो गया है. अस्पतालों और सार्वजनिक क्षेत्रों में निगरानी और निवारक उपायों को कड़ा किए जाने की उम्मीद है.
बिहार स्वास्थ्य विभाग स्थिति का आकलन कर रहा है. यदि और मामले सामने आते हैं तो विभाग अपडेटेड टेस्टिंग गाइडलाइंस जारी कर सकता है.
लोगों से अपील की गई है कि वो फ्लू जैसे लक्षणों को नजरअंदाज न करें और चिकित्सक की सलाह पर टेस्ट जरूर कराएं. अस्पतालों को भी सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध मामले की तुरंत सूचना देने का निर्देश दिया गया है.
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एएसएच/केआर