गाजियाबाद, 28 अप्रैल . क्राइम ब्रांच पुलिस कमिश्नरेट गाजियाबाद और लोनी थाना पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए झारखंड से तस्करी कर लाई जा रही 320 ग्राम स्मैक के साथ दो शातिर अंतरराज्यीय तस्करों को गिरफ्तार किया है.
जब्त स्मैक की कीमत लगभग 32 लाख रुपए आंकी गई है. यह गिरफ्तारी लोनी थाना क्षेत्र के निठौरा अंडरपास के पास से की गई.
पुलिस के अनुसार, पकड़े गए अभियुक्तों की पहचान विनोद कुमार डांगी और अमित वर्मा के रूप में हुई है. पूछताछ में खुलासा हुआ कि विनोद कुमार डांगी झारखंड के चतरा जिले का रहने वाला है. वह पहले खेतीबाड़ी और मजदूरी का काम करता था. वह स्थानीय स्मैक तस्कर सुनील मुंडा के संपर्क में अधिक कमाई के लालच में आया और स्मैक की तस्करी के धंधे में उतर गया.
विनोद ने बताया कि वह झारखंड से बरेली, गाजियाबाद, दिल्ली-एनसीआर, पंजाब, राजस्थान और हरियाणा में स्मैक की आपूर्ति करता था. उसे प्रत्येक खेप में 15 से 20 हजार रुपए तक की कमाई होती थी.
अमित वर्मा मूल रूप से झांसी का रहने वाला है. वह भी पहले मजदूरी करता था. वह भी आर्थिक तंगी और शौक पूरे नहीं होने के कारण तस्करी के अवैध धंधे से जुड़ गया. उसकी मुलाकात गाजियाबाद में दिल्ली के शाहदरा निवासी सोनू उर्फ सलीम से हुई. सोनू दिल्ली-एनसीआर में स्मैक बेचने का काम करता था.
अमित वर्मा ने भी स्मैक तस्करी शुरू कर दी और बाद में विनोद कुमार डांगी के संपर्क में आकर झारखंड से विभिन्न राज्यों में तस्करी करने लगा.
पुलिस पूछताछ में दोनों ने खुलासा किया कि शुरुआत में वे सोनू उर्फ सलीम और सुनील मुंडा के लिए काम करते थे, लेकिन बाद में अधिक लाभ कमाने के उद्देश्य से खुद सीधे तस्करी का कार्य करने लगे. वे करीब एक वर्ष से अधिक समय से इस कार्य में लिप्त थे और बस तथा ट्रेन के जरिए माल पहुंचाते थे. तस्करी के दौरान दोनों किसी से संपर्क नहीं करते थे, जब तक कि तय स्थान पर डिलीवरी न कर दें.
गिरफ्तारी के बाद पुलिस को मादक पदार्थों के तस्करों से जुड़ी कई महत्वपूर्ण जानकारियां भी मिली हैं, जिनके आधार पर अन्य स्थानों पर भी दबिश दी जा रही है.
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पीकेटी/एबीएम