तेलंगाना के अस्पताल में चूहों द्वारा मरीज को काटने के बाद दो डॉक्टरों को क‍िया निलंबित

हैदराबाद, 12 फरवरी . तेलंगाना सरकार ने एक मरीज को चूहों द्वारा काटे जाने के बाद कामारेड्डी शहर के सरकारी अस्पताल में दो डॉक्टरों और एक नर्सिंग अधिकारी को निलंबित कर दिया है.

वैद्य विधान परिषद आयुक्त अजय कुमार की जांच के बाद सरकारी मेडिकल कॉलेज और जनरल अस्पताल, कामारेड्डी में गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) अनुभाग में तीन कर्मचारियों को कथित चिकित्सा लापरवाही के लिए निलंबित कर दिया गया.

कामारेड्डी जिला कलेक्टर जितेश वी. पाटिल ने आईसीयू प्रभारी जनरल मेडिसिन डॉक्टर वसंत कुमार, आईसीयू प्रभारी डॉक्टर काव्या और नर्सिंग अधिकारी जी. मंजुला को निलंबित करने का आदेश दिया. जिला कलेक्टर ने अस्पताल अधीक्षक की सेवाएं भी सरकार को सौंप दीं.

इस बीच, अस्पताल के कर्मचारियों ने सोमवार को तीन सहकर्मियों के निलंबन को लेकर विरोध प्रदर्शन किया. काले बिल्ले पहनकर डॉक्टरों ने अस्पताल के सामने विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया. उनकी मांग है कि निलंबन रद्द किया जाए. उन्होंने निलंबन नहीं हटने पर हड़ताल पर जाने की धमकी दी.

तेलंगाना टीचिंग गवर्नमेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (टीटीजीडीए) ने डॉक्टरों के निलंबन की निंदा की है. एसोसिएशन ने कहा कि डॉक्टर केवल मरीजों का इलाज करने तक ही चिंतित हैं और अस्पताल को चूहों, कुत्तों, सूअरों और कीड़ों से मुक्त रखना स्वच्छता कर्मचारियों और अधिकारियों की जिम्मेदारी है.

मरीज का इलाज कामारेड्डी जिला मुख्यालय के सरकारी अस्पताल में चल रहा था.

मरीज शेख मुजीबुद्दीन को 9 फरवरी को आईसीयू में चूहों ने उनके हाथ और पैरों पर काट लिया था. अस्पताल के अधिकारियों के अनुसार, 21 जनवरी को एनआईएमएस, हैदराबाद में उनकी डीकंप्रेसिव क्रैनियोटॉमी सर्जरी हुई थी. बाद में उन्हें कामारेड्डी अस्पताल में भर्ती कराया गया था और वे वेंटिलेटर सपोर्ट पर थे. .

अन्य मरीजों के परिचारकों ने भी अस्पताल में चूहों के आतंक के बारे में शिकायत की. उन्होंने अस्पताल अधिकारियों से समस्या के समाधान के लिए तत्काल कार्रवाई करने की मांग की.

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