मुंबई के मीरा रोड से दो बांग्लादेशी महिलाएं गिरफ्तार, 20 साल से रह रही थीं यहां

मुंबई, 5 फरवरी . महाराष्ट्र में बांग्लादेशी नागरिकों की गिरफ्तारी का सिलसिला जारी है. महाराष्ट्र पुलिस ने बुधवार को दो बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है.

ये कार्रवाई मीरा भायंदर वसई विरार पुलिस (एमबीवीवी) पुलिस के मानव तस्करी विरोधी सेल (एएचटीसी) ने की है. उन्होंने दो बांग्लादेशी महिलाओं को गिरफ्तार किया है. दोनों पिछले 20 सालों से बिना पासपोर्ट और वीजा के मीरा रोड में अवैध रूप से रह रही थीं.

पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस के मानव तस्करी विरोधी सेल ने भायंदर पश्चिम के गोकुल गांव के पास स्थित एक बिल्डिंग पर छापा मारा और वहां मौजूद दो महिलाओं को हिरासत में ले लिया.

पुलिस को महिलाओं से पूछताछ में पता चला कि वे दोनों पिछले 20 साल से मुंबई में रह रही थीं. हालांकि, अब पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि वे यहां कैसे आईं. साथ ही, उन्हें आवास किराए पर देने वाले मकान मालिक और उनके रोजगार के स्रोतों के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है.

उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र के अलग-अलग जिलों में अवैध बांग्लादेशियों के विरुद्ध महाराष्ट्र पुलिस ने मुहिम चलाई है. इस मुहिम में आए दिन अवैध बांग्लादेशी पकड़े जा रहे हैं.

मीरा भायंदर वसई विरार पुलिस आयुक्तालय के अंतर्गत ह्यूमन ट्रैफिकिंग, नालासोपारा यूनिट की टीम द्वारा साल 2024 में 29 अवैध बांग्लादेशियों पर कार्रवाई की गई थी, जिसमें 12 महिलाएं और 17 पुरुष शामिल थे.

इस साल जनवरी में चार अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों के खिलाफ कार्रवाई की गई. इसमें 2 पुरुष और 2 महिलाएं शामिल हैं.

महाराष्ट्र पुलिस के अनुसार, यह अभियान राज्य सरकार की पहल पर चलाया गया है, जिसका मुख्य उद्देश्य अवैध प्रवासियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करना है. राज्य के विभिन्न जिलों में पुलिस ने रैंडम चेकिंग की और कई संदिग्धों को हिरासत में लिया. इस अभियान में पुलिस को नागरिकों से भी सहयोग मिला है और इसके माध्यम से कई अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों की पहचान की गई है, जो अवैध गतिविधियों में भी शामिल हो सकते हैं.

एफएम/केआर