नोएडा में 6.5 लाख की साइबर धोखाधड़ी करने वाले दो आरोपी गिरफ्तार

नोएडा, 1 अप्रैल . उत्तर प्रदेश के नोएडा में थाना साइबर क्राइम कमिश्नरेट गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने दो शातिर साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है. उनके कब्जे से दो मोबाइल फोन और दो चेक बरामद हुए हैं.

पुलिस ने बताया कि ये आरोपी फर्जी कॉल कर खुद को लोन कंपनी का अधिकारी बताकर लोगों को ठगते थे.

नोएडा के एक व्यक्ति ने बजाज फिनसर्व से 12 लाख रुपये का लोन लेने की प्रक्रिया शुरू की थी. इस दौरान पीड़ित को एक कॉल आई, जिसमें खुद को बजाज फिनसर्व कंपनी का रिलेशनशिप मैनेजर बताने वाले व्यक्ति ने दावा किया कि अगर वह चेक के माध्यम से पैसे जमा करता है, तो उसे कम ब्याज देना होगा और जमा की गई राशि उसके मूल ऋण से समायोजित कर दी जाएगी.

आरोपियों की इस बात पर भरोसा कर शिकायतकर्ता ने चेक के माध्यम से 6.5 लाख रुपये जमा कर दिए. जब उसे ठगी का अहसास हुआ, तो उसने 24 मार्च को थाना साइबर क्राइम नोएडा में शिकायत दर्ज कराई. इस पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी.

थाना साइबर क्राइम नोएडा पुलिस ने लोकल इंटेलिजेंस और गोपनीय सूचना के आधार पर कार्रवाई शुरू की. आरोपियों की गतिविधियों पर नजर रखी और साक्ष्य एकत्र किए. आखिरकार, मंगलवार को नोएडा के सेक्टर 62 से दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया.

गिरफ्तार आरोपियों में एक प्रिंस कुमार (मूल रूप से बिहार के मुंगेर जिले का निवासी) है, जो वर्तमान में नोएडा के सेक्टर 76 के आम्रपाली सिलिकॉन सिटी में रह रहा था. दूसरा आरोपी सुशील कुमार (मूल रूप से बिहार के सीतामढ़ी जिले का निवासी) है, जो फिलहाल नोएडा के सेक्टर 122 के जनता फ्लैट में रह रहा था.

पुलिस पूछताछ में खुलासा हुआ कि आरोपी अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर लोन लेने वाले लोगों को फोन करते थे. वे खुद को संबंधित लोन कंपनी का कर्मचारी बताकर लोगों को झांसे में लेते थे और ब्याज दर कम करने का लालच देकर बड़ी रकम ऐंठ लेते थे. पुलिस ने आरोपियों के पास से दो एंड्रॉयड मोबाइल फोन और दो चेक बरामद किए हैं. नोएडा पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे साइबर अपराधियों से सतर्क रहें और किसी भी अनजान कॉल या मैसेज के झांसे में न आएं.

पीकेटी/एकेजे