वाराणसी, 28 मई . अंतिम और सातवें चरण के चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ कांग्रेस के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष अजय राय चुनावी मैदान में हैं. वह पूरी ताकत से मैदान में जुटे हैं. उनका कहना है कि इस बार का चुनाव जनता लड़ रही है.
उन्होंने के साथ चुनावी मुद्दों पर खुलकर बातचीत की है. पेश है बातचीत के कुछ अंश :
सवाल : सातवें चरण का चुनाव है. बतौर कांग्रेस अध्यक्ष आप विपक्ष की क्या भूमिका देख रहे हैं?
जवाब : लोकसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन की सुनामी चल रही है. इनका पता नहीं चलेगा ये कहां चले जायेंगे.
सवाल : भाजपा का दावा है कि 10 सालों में यहां बहुत विकास हुआ है. बावजूद इसके विपक्ष को यह दिख नहीं रहा है.
जवाब : विकास दिख नहीं रहा है. आम जनता परेशान है. मां गंगा के पुत्र बनकर आए थे. अब भी गंगा मैली हो रही है. शहर के नाले गंगा में ही गिर रहे हैं. काशी को प्रयोगशाला बना दिया है. रोज नए-नए प्रयोगों से लोग परेशान हैं. इस बार यहां गुजराती भगाओ अभियान चल रहा है. जनता इन्हें विदा कर देगी.
सवाल : इस बार भी आपका मुकाबला दो बार के पीएम से हो रहा है. कितनी चुनौती है?
जवाब : पहले के दो चुनाव तो मैंने लड़े थे, लेकिन इस बार का चुनाव जनता लड़ रही है. जनता आगे है और पूरी ताकत से इन्हें चुनाव हरा रही है.
सवाल : इस बार यूपी में आप कांग्रेस को कुल कितनी सीट मिलती देख रहे हैं?
जवाब : इंडिया गठबंधन ही सत्ता में आ रहा है. पूरी ताकत से गठबंधन यहां खड़ा रहेगा. ज्यादा से ज्यादा कांग्रेस सीट जीतने जा रही है.
सवाल : पहले, दूसरे चरण के बाद चुनाव में मंगलसूत्र और राम मंदिर में बाबरी का ताला जैसी बातें सामने आई. इसे कैसे देख रहे हैं?
जवाब : सब झूठी बातें चल रही हैं. अब काम और विकास पर बातें होनी चाहिए. यह सारी चीजें ध्वस्त हो चुकी हैं.
सवाल : भाजपा का आरोप है कि आप लोग ओबीसी के आरक्षण को काट कर मुस्लिम को दे रहे हैं?
जवाब : भाजपा चुनाव हार रही है, तभी ऐसी बातें कर रही है. पूरे देश से इनकी कहानी खत्म हो रही है.
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय वाराणसी सीट पर हार की हैट्रिक लगा चुके हैं. चौथी बार वह काशी से किस्मत आजमा रहे हैं. राय प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ दो बार और वाराणसी लोकसभा सीट पर तीन बार अपना भाग्य आजमा चुके हैं. हालांकि अजय राय का सियासी सफर भाजपा के आनुषंगिक संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से शुरू हुआ था. भाजपा से ही वह तीन बार विधायक भी रह चुके हैं. 2009 में भाजपा छोड़कर सपा में शामिल हुए. 2012 में कांग्रेस में शामिल हो गए. वर्तमान में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष हैं. 2009 से काशी से लगातार चुनाव लड़ रहे हैं. लेकिन वह तीनों चुनाव में तीन नंबर पर ही रहे. 2024 में एक बार फिर उनका मुकाबला पीएम मोदी से है. वह इस बार सपा कांग्रेस गठबंधन के उम्मीदवार हैं.
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