बलरामपुर, 3 सितंबर . छत्तीसगढ़ के बलरामपुर में लुत्ती (सतबहिनी) डैम हादसे पर पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने जताया दुख. उन्होंने इस मामले में जांच की मांग की.
बलरामपुर जिले के लुत्ती (सतबहिनी) डैम टूटने की घटना पर छत्तीसगढ़ के पूर्व उप Chief Minister टीएस सिंहदेव ने मीडिया से बातचीत के दौरान गहरा दुख व्यक्त किया है. उन्होंने कहा कि हादसे की जानकारी बीती रात लगभग 12 बजे मिली थी. हादसे में पानी के बहाव में दो घर पूरी तरह बह गए, जिनमें से एक घर में मौजूद छह में से पांच लोगों की दुखद मौत हो गई, जबकि एक व्यक्ति को बचा लिया गया.
टीएस सिंहदेव ने कहा कि मृतकों के अंतिम संस्कार और प्रभावित परिवारों को शासन की ओर से तत्काल सहायता दी जानी चाहिए. उन्होंने प्राकृतिक आपदा राहत के तहत सभी जरूरी सहयोग शीघ्र उपलब्ध कराने की अपील की.
उन्होंने यह भी कहा कि अगर डैम 40-50 साल पुराना था और ग्रामीणों की ओर से बार-बार शिकायत की जा रही थी, फिर भी कार्रवाई नहीं हुई तो इसकी गहन जांच होनी चाहिए.
सिंहदेव ने कहा कि अगर लिखित शिकायत की गई थी तो उसका रिकॉर्ड होगा. यह तय होना चाहिए कि किन अधिकारियों को सूचना दी गई थी, किसने समय पर कार्रवाई नहीं की और जिनकी लापरवाही से जानें गईं, उनकी जवाबदेही तय होनी चाहिए.
उन्होंने बस्तर अंचल में आई बाढ़ की स्थिति पर भी चिंता जताई और सरकार से तत्परता से राहत व सहायता कार्य करने की अपील की.
इससे पहले, Chief Minister विष्णु देव साय ने इस घटना पर गहरा दुख जताया और दिवंगतों की आत्मा की शांति व घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना की. Chief Minister साय ने स्थिति पर नजर रखने और पीड़ित परिवारों को हरसंभव सहायता प्रदान करने की प्रतिबद्धता जताई है.
बलरामपुर में लगातार बारिश ने हालात को और गंभीर कर दिया है. प्रशासन ने लोगों से नदियों और जलाशयों से दूर रहने की अपील की है. स्थानीय निवासियों ने बताया कि डैम टूटने से कई घर और खेत जलमग्न हो गए, जिससे भारी नुकसान हुआ.
–
एएसएच/डीकेपी