बंगाल में कांग्रेस के संगठन को मजबूत कर जनता में पैदा करेंगे भरोसा : शुभंकर सरकार (आईएएनएस साक्षात्कार)

कोलकाता, 15 फरवरी . पश्चिम बंगाल कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष शुभंकर सरकार ने शुक्रवार को समाचार एजेंसी के साथ खास बात की. इस दौरान उन्होंने कई सवालों का बेबाकी से जवाब दिया. उन्होंने पश्चिम बंगाल में कांग्रेस के संगठन को और मजबूत करने की बात कही.

सवाल – आप जब से अध्यक्ष बने हैं, बंगाल में कांग्रेस लोगों की नजर में आने लगी है, क्या मकसद लेकर आगे बढ़ रहे हैं?

जवाब – मैं और हर कार्यकर्ता आने वाले दिन में कांग्रेस को मजबूती से बंगाल के अंदर राज करते हुए देखना चाहते हैं. मैं चाहता हूं कि आने वाले दिन में प्रदेश के अंदर कांग्रेस के संगठन को और मजबूत किया जाए. वहीं, केंद्र और राज्य की जो गलत नीति है, उसके खिलाफ आगे बढ़ना है और जनता में भरोसा पैदा करना है.

सवाल – ‘इंडिया’ ब्लॉक की बैठक पहले होती थी, लेकिन अब नहीं हो रही, इस पर क्या कहेंगे?

जवाब – ‘इंडिया’ ब्लॉक में शामिल दल जब मिलकर फैसला करेंगे, तभी मीटिंग बुलाई जाएगी.

सवाल – कलकत्ता उच्च न्यायालय ने पश्चिम बंगाल सरकार की आपत्ति को दरकिनार करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की रैली आयोजित करने की मंजूरी दे दी है. यह रैली 16 फरवरी को बंगाल के बर्दवान जिले में होनी है. कांग्रेस इसे कैसे देखती है?

उत्तर – मेरे हिसाब से अभी माध्यमिक परीक्षा चल रही है, और परीक्षा के समय जो राज्य सरकार बोल रही थी कि कोई लाउडस्पीकर नहीं बजना चाहिए. उस पर हाई कोर्ट ने जो ऑर्डर दिया है, उससे किसी को दिक्कत नहीं होगी. सभी राजनीतिक पार्टियों को परीक्षा के दिनों में कार्यक्रम रद्द कर देना चाहिए. मोहन भागवत बंगाल में आए हैं, ये वही इंसान हैं जो आजादी को झूठा बता रहे हैं. हम लोग उन्हें एक गलत इंसान के रूप में देखते हैं.

सवाल – ट्रंप ने मोदी को अपने से बेहतर नेगोशिएटर कहा है. मोदी की तारीफ की है. इस पर क्या कहेंगे?

जवाब – उनकी तारीफ करेंगे और हिंदुस्तान की जनता को हाथ में बेड़ी लगाकर भेजेंगे. हमारे प्रधानमंत्री को अगर लाज और इज्जत होती तो इस पर टिप्पणी करते. देश देख रहा है कि हमारे लोगों के साथ जो आचरण हो रहा है, वह मानवता के खिलाफ है. प्रधानमंत्री को तो अमेरिका जाना नहीं चाहिए था. उन्हें बोलना चाहिए था, विमान भेज रहा हूं, आप हमारे लोगों को ऐसे मत भेजिए. आज कांग्रेस का कोई प्रधानमंत्री होता तो ऐसा नहीं होने देता.

सवाल – तहव्वुर राणा की वापसी भारत की बड़ी सफलता है. क्या कहेंगे?

जवाब – हमारे जितने स्टूडेंट्स हैं, उन्हें तो वापस भेजा जा रहा है. देश के जो लोग उधर नौकरी कर रहे हैं, वे भी मुसीबत में हैं. ट्रंप ने भेजने का जो वादा किया है, अभी देखिए क्या होता है.

सवाल – अमेरिका भारत के साथ मिलिट्री सेल्स को बढ़ाने जा रहा है. एफ-35 भी देने जा रहा है. यह भारत के लिए कितना मददगार साबित होगा?

जवाब – ये तो अभी हम लोग सुन रहे हैं कि अमेरिका का भारत के साथ अच्छा रिश्ता है. पर हिंदुस्तान के साथ जो ब्लैक एंड व्हाइट पेपर्स हैं डीलिंग का, वह उतना हेल्दी तो नहीं दिखा रहा है.

सवाल – ममता बनर्जी ने दिल्ली चुनाव में अरविंद केजरीवाल का साथ दिया. इस पर क्या कहेंगे? ममता बनर्जी के साथ के बावजूद अरविंद केजरीवाल की हार हुई?

जवाब – कांग्रेस को छोड़कर कोई पार्टी भाजपा और आरएसएस के खिलाफ लड़ने लायक नहीं है. राजनीतिक दल किसके साथ जाएगा या किसके साथ नहीं जाएगा, यह उसका निजी मामला है. ‘इंडिया’ अलायंस में शामिल दलों को और आम आदमी पार्टी को बात समझनी चाहिए थी. उन्हें अच्छे सुझाव देने चाहिए थे कि कांग्रेस के साथ अच्छा गठबंधन किया जाना चाहिए. सीटों का बंटवारा उचित अनुपात में होना चाहिए, तब अरविंद केजरीवाल को कुर्सी से सड़क पर नहीं आना पड़ता.

सवाल – अगर आज बंगाल में चुनाव होते हैं तो क्या ममता बंगाल की सत्ता से बाहर हो जाएंगी?

जवाब – यह तो जनता तय करेगी कि क्या होगा और क्या नहीं, कोई तो ज्योतिषी नहीं है. बंगाल का जो वोटर है, वह समझकर वोट देता है और मैं समझता हूं कि जो जनता के हित में है, वह काम करना चाहिए.

सवाल – ममता बनर्जी को ‘इंडिया’ ब्लॉक का नेतृत्व देने की मांग उठ रही है. उस पर क्या कहेंगे?

जवाब – किसे जिम्मेदारी देनी है और किसे नहीं देनी है, इस पर ‘इंडिया’ अलायंस के साथी विचार करेंगे. मैं एक राज्य का अध्यक्ष हूं, अखिल भारतीय स्तर पर लोग तय करेंगे कि कौन नेतृत्व करेगा.

सवाल – क्या ममता बनर्जी और कांग्रेस दोनों एक साथ ‘इंडिया’ गठबंधन में रह सकते हैं या किसी को बाहर जाना होगा?

जवाब – अलायंस एक मकसद के लिए बना था. वह मकसद है बीजेपी और आरएसएस की तानाशाही को समाप्त करना. उनके मल्टी पार्टी, मल्टी कल्चर, मल्टी लैंग्वेज को खत्म करने के जो प्रयास हैं, उनके विरोध में सब एक हुए थे. यह एक राजनीतिक संयोजन था.

एससीएच/एकेजे