ट्रंप की टैरिफ नीति की आलोचना पड़ी भारी, पूर्व एनएसए के घर एफबीआई का छापा

वॉशिंगटन, 22 अगस्त . अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) जॉन बोल्टन के मैरीलैंड स्थित आवास पर एफबीआई (एफबीआई) एजेंटों ने Friday सुबह छापा मारा. यह कार्रवाई उस समय हुई है जब हाल ही में बोल्टन ने भारत पर रूसी तेल आयात को लेकर भारी शुल्क लगाने के ट्रंप प्रशासन के फैसले की कड़ी आलोचना की थी.

रिपोर्ट के अनुसार, एफबीआई एजेंट सुबह 7 बजे बोल्टन के बेथेस्डा स्थित घर पहुंचे. जांच का आदेश एफबीआई निदेशक कश पटेल ने दिया था. छापे की शुरुआत के दौरान पटेल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक संक्षिप्त संदेश लिखा, “कानून से ऊपर कोई नहीं… एफबीआई एजेंट मिशन पर हैं.”

बताया गया है कि यह मामला संवेदनशील और गोपनीय दस्तावेजों से जुड़ा है, जिसकी जांच कई वर्ष पहले शुरू हुई थी. हालांकि, बाइडेन प्रशासन ने इसे “राजनीतिक कारणों” से बंद कर दिया था.

छापे के दौरान ही सुबह 7:32 बजे बोल्टन ने ‘एक्स’ पर एक बयान साझा किया. उन्होंने ट्रंप प्रशासन की रूस-यूक्रेन युद्ध पर नीति की आलोचना करते हुए कहा कि मास्को का लक्ष्य अब भी यूक्रेन को नए रूसी साम्राज्य में खींचना है और इस प्रक्रिया में वार्ताएं किसी निष्कर्ष तक नहीं पहुंचेंगी.

गौरतलब है कि बोल्टन पर 2020 में अपनी किताब “द रूम व्हेयर इट हैपन्ड” में गोपनीय जानकारी उजागर करने का आरोप लगा था. ट्रंप ने इस किताब के प्रकाशन को रोकने की कोशिश की थी, लेकिन सफल नहीं हो सके. बोल्टन लगातार ट्रंप की राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेश नीति की आलोचना करते रहे हैं.

ट्रंप ने अपने दूसरे कार्यकाल की शुरुआत में ही जनवरी माह में एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर कर 50 पूर्व खुफिया अधिकारियों की सुरक्षा मंजूरी रद्द कर दी थी, जिनमें बोल्टन भी शामिल थे.

डीएससी/