वॉशिंगटन, 4 अगस्त . अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत को लेकर फिर से ट्रैफिक राग अलापा है. डोनाल्ड ट्रंप ने Monday को भारत द्वारा रूस से तेल खरीदने को लेकर धमकी दी है कि इस कारण भारत पर टैरिफ (शुल्क) को काफी हद तक बढ़ा दिया जाएगा.
ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रुथ सोशल’ पर लिखा, “भारत न सिर्फ भारी मात्रा में रूसी तेल खरीद रहा है, बल्कि उसमें से काफी हिस्से को खुले बाजार में बेचकर भारी मुनाफा कमा रहा है. उन्हें इस बात की परवाह नहीं कि यूक्रेन में कितने लोग रूस के हाथों मारे जा रहे हैं.”
उन्होंने आगे लिखा, “इसी कारण, मैं भारत द्वारा अमेरिका को दिए जाने वाले शुल्क में भारी बढ़ोतरी करूंगा.”
ट्रंप के वरिष्ठ सलाहकार स्टीफन मिलर ने भी कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप का मानना है कि भारत को रूसी तेल खरीदना बंद कर देना चाहिए. उन्होंने कहा, “ट्रंप का संदेश स्पष्ट है कि रूस से तेल खरीद कर युद्ध को फंड करना स्वीकार्य नहीं है.” हालांकि, मिलर ने यह भी कहा कि ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच “शानदार रिश्ते” हैं.
पिछले हफ्ते ट्रंप ने संकेत दिया था कि वह भारत से आयात होने वाले सामान पर 25 प्रतिशत शुल्क लगाने के साथ-साथ रूस से तेल खरीदने पर अतिरिक्त दंडात्मक कार्रवाई कर सकते हैं.
इस बीच, भारत सरकार के सूत्रों ने स्पष्ट किया है कि रूस से तेल आयात पर कोई रोक नहीं लगी है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “भारत की ऊर्जा खरीद राष्ट्रीय हित और बाजार की परिस्थितियों के अनुसार होती है. हमें किसी भी भारतीय तेल कंपनी द्वारा रूसी आयात रोकने की कोई जानकारी नहीं है.”
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने भी कहा, “हम अपनी ऊर्जा आवश्यकताओं को वैश्विक बाजार और मौजूदा अंतरराष्ट्रीय परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए पूरा करते हैं.”
उन्होंने कहा, “भारत के किसी भी देश से रिश्ते उसकी अपनी योग्यता पर आधारित होते हैं और उसे किसी तीसरे देश के नजरिए से नहीं देखा जाना चाहिए. भारत-रूस संबंध समय की कसौटी पर खरे उतरे हैं और स्थिर रहे हैं.”
–
डीएससी/