भारत-पाकिस्तान मध्यस्थता के दावे से पलटे ट्रंप, बोले – ‘मैंने मदद की’

दोहा, 15 मई . अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को भारत-पाकिस्तान संघर्ष विराम में मध्यस्थता के अपने पहले किए गए दावे से पीछे हटते हुए गुरुवार को कहा कि उन्होंने दोनों देशों को शांत करने में ‘मदद’ की है.

डोनाल्ड ट्रंप ने कतर की राजधानी दोहा में इतना जरूर कहा कि उन्होंने दोनों देशों के बीच उत्पन्न हो रहे हालात को शांत करने में अहम भूमिका निभाई.

राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा, “मैं यह नहीं कहना चाहता कि मैंने ही यह किया, लेकिन मैं कह सकता हूं कि मैंने इस समस्या को शांत करने में जरूर मदद की. पिछले सप्ताह भारत और पाकिस्तान के बीच हालात बेहद तनावपूर्ण हो रहे थे और अचानक सब कुछ शांत हो गया. मुझे उम्मीद है कि जब मैं यहां से जाऊं, तो दो दिन बाद यह फिर से न बिगड़े.”

ट्रंप ने कहा कि उन्होंने दोनों देशों से व्यापार को बढ़ावा देने की बात की. उन्होंने कहा, “हमने उनसे कहा, चलिए व्यापार करते हैं, लड़ाई नहीं. पाकिस्तान इस बात से खुश था, भारत भी खुश था और मुझे लगता है कि अब सब कुछ सही दिशा में जा रहा है.”

इसके साथ ही अमेरिकी राष्ट्रपति ने मजाकिया अंदाज में कहा कि भारत और पाकिस्तान “लगभग 1000 साल से लड़ते आ रहे हैं”. उन्होंने कहा, “चलिए इसे सुलझाते हैं, लेकिन यह एक कठिन काम है. वे बहुत समय से लड़ते आ रहे हैं और यह स्थिति वास्तव में नियंत्रण से बाहर जा रही थी.”

इसके साथ ही, दोहा में व्यापार अधिकारियों के साथ एक बैठक के दौरान ट्रंप ने कहा, “वे (भारत) हमें एक ऐसे सौदे की पेशकश कर रहे हैं, जिसमें वे मूल रूप से हमसे कोई टैरिफ नहीं वसूलने को तैयार हैं.” हालांकि, ट्रंप की ओर से इस बारे में विस्तृत जानकारी नहीं दी गई है.

अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि उन्होंने एप्पल के सीईओ टिम कुक से कहा कि वे भारत में और अधिक मैन्युफैक्चरिंग प्लांट स्थापित करने की अपनी योजना को छोड़ दें और इसकी बजाय अमेरिका में इन प्लांट के निर्माण पर ध्यान केंद्रित करें. ट्रंप ने कहा, “एप्पल अमेरिका में अपना उत्पादन बढ़ाएगा.”

डीएससी/एकेजे