बिहार विधानसभा में विपक्ष के रवैये से परेशान स्पीकर ने दी वार्निंग

पटना, 26 जुलाई . बिहार विधानसभा के मानसून सत्र का आज (शुक्रवार) आखिरी दिन है, लेकिन विपक्षी दलों का हंगामा जारी है. विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव ने अब चेतावनी दे दी कि अराजकता का माहौल पैदा करने की कोशिश करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

उन्होंने विधायकों से कहा, “मैं आप लोगों को विभिन्न मसले पर सरकार से सवाल पूछने का अवसर देना चाहता हूं. मैं चाहता हूं कि आप लोग प्रदेश के हित में सरकार से सवाल करें. विधानसभा चर्चा और विमर्श का केंद्र होता है. लेकिन, आप लोग इस जगह को अपनी अराजकता प्रदर्शित करने का मंच बना रहे हैं, जिसे मैं बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करूंगा. अगर आप में से किसी ने भी अभद्र शैली दिखाने की कोशिश की, तो कार्रवाई होगी.”

इस बीच, विपक्ष के कई विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष को चिढ़ाने के लिए कुर्सी भी उठाई, जिस पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा, “एक बार आप ऐसा करके तो देखिए, फिर मैं आपको बताऊंगा कि आपको इसके लिए कितनी भारी कीमत चुकानी होगी. आप लोग ऐसा कर सदन में अराजकता का माहौल पैदा करना चाहते हैं, लेकिन यकीन मानिए इस बार मैं ऐसा कतई नहीं होने दूंगा. आप लोगों को प्रदेश की जनता ने उनके हित में सवाल उठाने के लिए विधानसभा में भेजा है, लेकिन आप लोग अभद्र व्यवहार करने से बिल्कुल भी बाज नहीं आ रहे हैं. मैं एक बार फिर से इस बात को दोहराना चाहता हूं कि अगर आप में से किसी ने भी ऐसा किया, तो कार्रवाई होगी.”

इस दौरान, कई ऐसे पल भी आए, जब विधानसभा अध्यक्ष को अपनी आवाज ऊंची करनी पड़ी. उन्हें विधानसभा में स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अपनी आवाज सख्त करनी पड़ी.

दरअसल, विपक्ष के विधायकों के विरोध के बीच गुरुवार को राहुल यादव नाम के शख्स पर टेबल गिर पड़ा था. इससे वो बुरी तरह से चोटिल हो गया.

इसी का जिक्र करते हुए विधानसभा अध्यक्ष ने विपक्ष के सभी विधायकों को सख्त लहजे में कहा, “अगर आप में से कोई भी अभद्र व्यवहार करेगा, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने से मैं बिल्कुल भी संकोच नहीं करूंगा.”

बता दें कि मानसून सत्र के दौरान राजद और कांग्रेस के विधायक कई मुद्दों को लेकर नीतीश कुमार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. जिसमें बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने के साथ ही कानून-व्यवस्था का मसला प्रमुखता से शामिल है.

बीते दिनों केंद्र सरकार ने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने के प्रस्ताव को सिरे से खारिज कर दिया था. इसके बाद, कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दल नीतीश कुमार पर हमलावर हो गए. यही नहीं, विपक्षी दलों ने इस मुद्दे को मानसून सत्र के दौरान काफी जोरशोर से उठाया है.

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