चुनाव के बीच जदयू में झंझट, प्रवक्ता सूची से नाम हटाए जाने पर निखिल मंडल ने प्रदेश अध्यक्ष को दिखाया आईना

पटना, 6 अप्रैल . जनता दल (यूनाइटेड) में नया झंझट सामने आया है. 24 घंटे के अंदर पार्टी के प्रवक्ताओं की सूची से नाम हटाए जाने पर निखिल मंडल ने प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा को आईना दिखाते हुए यहां तक कह दिया कि आप प्रदेश अध्यक्ष हैं तो नीतीश कुमार के आशीर्वाद से, ना कि अपनी क़ाबिलियत से.

जदयू नेता निखिल मंडल ने शनिवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि हमारी पार्टी जद (यू) की चुनाव अभियान समिति की बैठक प्रदेश कार्यालय में हुई. पार्टी के वरिष्ठ नेतागण ने तीन नए प्रवक्ता की सूची जारी की, जिसमें मुझे भी जगह दी गई. सूची को मीडिया को भी भेज दी गई थी.

उन्होंने आगे लिखा, “इसके बाद पार्टी ऑफिस से खबर आई कि प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने लिस्ट रोक दिया है और संशोधित लिस्ट जारी की जाएगी. शनिवार को लिस्ट जारी की गई, सभी नाम यथावत हैं, सिर्फ मुझे छोड़कर. प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा आप गलतफहमी के शिकार हो गए हैं.”

निखिल मंडल ने कहा, “यह पार्टी ना आपकी है, ना मेरी है. ये पार्टी सिर्फ और सिर्फ नीतीश कुमार की है, जो मेरे राजनीतिक गुरु हैं और पहले भी उन्होंने ही मुझे प्रवक्ता बनाया था. पिछली कमेटी में मुझे प्रदेश महासचिव भी नीतीश कुमार ने ही बनाया था.”

उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष से साफ तौर पर कहा, “आपकी कृपा से ना राजनीति में हूं और ना किसी पद पर हूं. 2020 का विधानसभा चुनाव आप भी हारे और मैं भी हारा. आप प्रदेश अध्यक्ष हैं तो नीतीश कुमार के आशीर्वाद से, ना कि अपनी काबिलियत से. पार्टी में पिछले 19 साल से कार्यकर्ता के रूप में काम कर रहा हूं और नीतीश कुमार के हाथों को ना सिर्फ मैं, बल्कि मेरा पूरा परिवार मजबूत कर रहा है.”

उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष को नसीहत देते हुए कहा कि राजनीति करनी है तो दिल बड़ा कर कीजिए, ऐसा काम तो बच्चे भी नहीं करते हैं. उन्होंने यह भी लिखा है कि कल से आज तक के घटनाक्रम की सूची डाल रहा हूं, ख़ुद ही तय कीजिए कि पार्टी को मजबूत किया जा रहा है या फिर कमजोर. राजनीति में हूं, मेहनत करता हूं, पर सम्मान से समझौता नहीं करता. मेरे रगों में बीपी मंडल साहब का खून दौड़ता है. आगे फैसला हम सबके नेता नीतीश कुमार को लेना है कि मेरी भूमिका पार्टी में क्या होगी.

एमएनपी/एबीएम