कोलकाता, 15 मई . पश्चिम बंगाल के तृणमूल कांग्रेस विधायक तपस कुमार साहा का गुरुवार सुबह कोलकाता के एक अस्पताल में निधन हो गया. वह नदिया जिले के तेहट्टा विधानसभा क्षेत्र से तृणमूल कांग्रेस के विधायक थे और उनका नाम स्कूल में नौकरी के लिए पैसे देने के मामले में भी आया था.
तापस कुमार साहा को बुधवार रात तेहट्टा में अपने घर पर सोते समय ब्रेन स्ट्रोक हुआ था. इसके बाद उन्हें तुरंत कोलकाता ले जाया गया और शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. गुरुवार सुबह 65 वर्ष की आयु में उनकी अस्पताल में मृत्यु हो गई.
तपस कुमार साहा दो बार तृणमूल कांग्रेस के विधायक रहे. 2016 से 2021 तक वे नादिया जिले के नकाशीपारा विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गए गए थे. हालांकि, 2021 में पार्टी ने उन्हें तेहट्टा विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया और उन्होंने वहां से भी जीत दर्ज की.
तृणमूल कांग्रेस के सूत्रों ने बताया कि साहा पिछले कुछ महीनों से अस्वस्थ थे और हाल ही में वे कुछ बीमारियों के इलाज के लिए बेंगलुरु गए थे.
नदिया जिले के एक पार्टी नेता और साहा के करीबी ने बताया, “स्कूल नौकरी मामले में उनका नाम आने के बाद से वे तनाव में थे.”
अप्रैल 2023 में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने स्कूल नौकरी मामले के सिलसिले में तेहट्टा में साहा के आवास पर छापेमारी और तलाशी अभियान चलाया था. जांच के दौरान उन्हें मध्य कोलकाता में सीबीआई के निजाम पैलेस कार्यालय में पूछताछ के लिए भी बुलाया गया था.
सीबीआई ने उन पर जिले के कई उम्मीदवारों से स्कूल में नौकरी दिलाने का वादा करके उनसे पैसे लेने का आरोप लगाया था.
हालांकि, तृणमूल कांग्रेस के साथ उनके रिश्ते हमेशा अच्छे नहीं रहे. 2011 में पार्टी ने उन्हें तेहट्टा विधानसभा क्षेत्र से टिकट देने से इनकार कर दिया था. उसके बाद वे काफी समय तक पार्टी से निलंबित रहे. लेकिन, उनका निलंबन रद्द कर दिया गया और 2016 के पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस ने उन्हें पलाशीपारा निर्वाचन क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया.
वे विधायक चुने गए और फिर 2021 में पार्टी ने उन्हें तेहट्टा से टिकट दिया और वो फिर विधायक चुने गए.
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एफएम/केआर