मशाल रैली निकालकर दी भोपाल गैस हादसे में जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलि

भोपाल, 2 दिसंबर . मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में 40 साल पहले यूनियन कार्बाइड संयंत्र से जहरीली गैस के रिसाव ने हजारों लोगों को मौत की नींद सुला दिया था और लाखों अन्य लोगों को बीमार बना दिया. इस हादसे के शिकार लोगों की याद में सोमवार रात एक श्रद्धांजलि सभा आयोजित हुई और मशाल रैली निकाली गई.

राजधानी स्थित यूनियन कार्बाइड संयंत्र से 2-3 दिसंबर 1984 की रात जहरीली गैस का रिसाव हुआ था. इस हादसे की रात में ही हजारों लोगों की मौत हो गई थी. जहरीली गैस के प्रभाव के चलते अब भी हजारों लोग बीमारियों की गिरफ्त में हैं.

भोपाल गैस हादसे की मंगलवार को 40वीं बरसी है. घटना के शिकार लोगों की याद में हर साल 3 दिसंबर को यहां कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, श्रद्धांजलि सभा होती है. हादसे की बरसी की पूर्व संध्या पर पीड़ितों के लिए संघर्ष करने वाले संगठनों की अगुवाई में आज मशाल रैली निकाली गई.

यह रैली यूनियन कार्बाइड कारखाने के करीब मंडी गेट पर स्थित ओवर ब्रिज से शुरू हुई और जेपी नगर में स्थित गैस माता मूर्ति के करीब पहुंची. हाथों में मशाल थामे लोग बड़ी संख्या में इस रैली में शामिल हुए. उन्होंने सरकारों के रवैये पर नाराजगी और वह मिल रही सुविधाओं पर असंतोष जताया.

गैस पीड़ितों के लिए संघर्ष करने वाले एक संगठन से जुड़ी रचना ढींगरा ने बताया है कि इस मौके पर पर शीशों का मसीहा फिल्म का प्रदर्शन किया गया. यह फिल्म 1985 में बनाई गई थी और संसद में दिखाए जाने के बाद उस पर प्रतिबंध लगा दिया गया था, मगर आज इसे फिर दिखाया गया.

भोपाल गैस त्रासदी की 40वीं बरसी पर 3 दिसंबर को बरकतउल्ला भवन, सेंट्रल लाइब्रेरी में प्रातः 10.30 बजे ‘सर्वधर्म प्रार्थना सभा’ होगी. कार्यक्रम में राज्यपाल मंगुभाई पटेल भोपाल गैस त्रासदी के दिवंगतों को श्रद्धांजलि देंगे. विभिन्न धर्माचार्यों द्वारा दिवंगतों के लिये सर्वधर्म पाठ किया जाएगा. दिवंगतों की स्मृति में मौन श्रद्धांजलि भी दी जाएगी. कार्यक्रम में भोपाल गैस त्रासदी राहत एवं पुनर्वास के प्रमुख सचिव, संचालक गैस राहत और गणमान्य नागरिक उपस्थित रहेंगे.

एसएनपी/एकेजे