Sunday , 24 September 2023

 मणिपुर के आदिवासी संगठनों की सरकार से अपील : 29 अगस्त का विधानसभा सत्र स्थगित करें

इंफाल, 28 अगस्त . मणिपुर के दो प्रमुख आदिवासी संगठनों ने रविवार को सरकार से आदिवासियों की भावनाओं और राज्य की स्थिति को देखते हुए 29 अगस्त के विधानसभा सत्र को स्थगित करने की मांग की.

इंडिजिनस ट्राइबल लीडर्स फोरम (आईटीएलएफ) और कमेटी ऑन ट्राइबल यूनिटी (सीटीयू) ने रविवार रात एक संयुक्त बयान में कहा कि 29 अगस्त को होने वाले विधानसभा सत्र को सामान्य स्थिति बहाल होने और कुकी-ज़ो समुदाय के लोगों के पूरी तरह से संतुष्ट होने तक स्थगित किया जाना चाहिए.

उन्होंने कहा, “अगर सरकार अल्पसंख्यक जनजातीय लोगों की भावनाओं पर विचार किए बिना सत्र को आगे बढ़ाने का फैसला करती है, तो इससे उत्पन्न होने वाली किसी भी अप्रिय घटना की पूरी जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी.”

आईटीएलएफ सचिव मुआन टोम्बिंग और सीटीयू सचिव लैनमिनलुन सिंगसिट ने संयुक्त बयान में कहा कि 29 अगस्त का सत्र बुलाना एक अनुचित निर्णय है, क्योंकि मौजूदा स्थिति कुकी-ज़ो विधायकों के भाग लेने के लिए बिल्कुल भी अनुकूल नहीं है.

उन्होंने कहा कि 3 मई को मौजूदा जातीय हिंसा के फैलने के बाद से, इंफाल घाटी में सौ से अधिक निर्दोष कुकी-ज़ो लोगों की हत्या और सैकड़ों चर्चों और क्वार्टरों सहित हजारों घरों को नष्ट कर दिया गया है.

दो आदिवासी संगठनों ने दावा किया, “यहां तक कि मंत्रियों और विधायकों के जीवन और संपत्तियों को भी नहीं बख्शा गया. महिलाओं को निर्वस्त्र किया गया, नग्न घुमाया गया, बलात्कार किया गया और उनकी हत्या कर दी गई. हजारों अत्याधुनिक हथियार और लाखों गोला-बारूद लूट लिए गए और अभी भी बड़े पैमाने पर ऐसा हो रहा है. फिर भी मौजूदा सरकार दोषियों को खुलेआम घूमने की अनुमति देती है. ये सभी घटनाओं ने राज्य को पूरी तरह से युद्ध क्षेत्र में बदल दिया है. राज्य में पूरी तरह अराजकता है, जारी हिंसा को नियंत्रित करने के बजाय विधानसभा सत्र बुलाने का कदम उठाया जा रहा है.”

एसजीके

Check Also

राहुल गांधी ने फिर महिला आरक्षण विधेयक को तत्काल लागू करने, जाति जनगणना की जरूरत पर जोर दिया

नई दिल्ली, 24 सितंबर . पूर्व कांग्रेस अध्‍यक्ष राहुल गांधी ने रविवार को एक बार …