नई दिल्ली, 1 अक्टूबर . दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत मंगलवार को लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के अधिकारियों और स्थानीय विधायक के साथ मिलकर टूटी सड़कों का निरीक्षण करने महरौली पहुंचे. इसके बाद उन्होंने पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को मरम्मत करने का निर्देश दिया.
कैलाश गहलोत ने निरीक्षण के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा, “मेंटेनेंस के अभाव में सड़कों पर गड्डा हुआ है. अगर समय पर मेंटेनेंस हुआ होता, तो आज ऐसी स्थिति नहीं होती. समस्या यह भी हो गई कि सड़कों के गड्ढों पर अधिकारियों की तरफ से कोई ध्यान नहीं दिया गया. जिसकी वजह से स्थिति और ज्यादा बिगड़ गई. इसे आप ऐसे समझिए, मान लीजिए अगर किसी को चोट लगी हो, और अगर समय पर उसे उपचार नहीं मिले, तो उसकी स्थिति और ज्यादा गंभीर हो सकती है. कुछ ऐसी ही स्थिति सड़कों पर भी बन गई.”
उन्होंने कहा, “सड़कों के रखरखाव की जिम्मेदारी पीडब्ल्यूडी की है. पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को समय–समय पर सड़कों का निरीक्षण करना चाहिए और अगर कहीं कोई समस्या दिखे, तो उसे फौरन ठीक करना चाहिए, लेकिन शायद भारी बारिश की वजह से यह काम नहीं हो सका. अब मैंने अधिकारियों को फौरन इन टूटी सड़कों को ठीक करने का निर्देश दिया है. इस बार बारिश भी बहुत हुई, जलभराव भी हुआ. लेकिन, जिस प्रकार से हम सड़कों का निरीक्षण कर रहे हैं, उससे साफ है कि पीडब्ल्यूडी के अधिकारी तुरंत एक्शन लेंगे”
उन्होंने कहा, “अरविंद केजरीवाल के कार्यकाल में जितना काम दिल्ली में हुआ है, मैं दावे के साथ कहता हूं कि उतना काम किसी भी भाजपा शासित राज्यों में नहीं हुआ है. हमने हमेशा से ही दिल्ली की जनता के हितों को तवज्जो दी है. भाजपा के नेता वीरेंद्र सचदेवा कह रहे हैं कि अरविंद केजरीवाल के शासनकाल में दिल्ली में कोई काम नहीं हुआ है, तो मैं जरा उनसे पूछना चाहता हूं कि वह खुद ही सामने आकर हमें बता दें कि भाजपा शासित राज्य हरियाणा और उत्तर प्रदेश में कितना काम हुआ है. भाजपा सिर्फ झूठे दावे करना जानती है. इसके अलावा, उसे और कुछ नहीं आता.”
उन्होंने आगे कहा, “अरविंद केजरीवाल के शासनकाल में शिक्षा, स्वास्थ्य सहित कई अन्य क्षेत्रों में अभूतपूर्व काम हुए हैं. हमने महिलाओं को विशेष तवज्जो दी है. उनके लिए बसों में मुफ्त सफर का मार्ग प्रशस्त किया, लेकिन भाजपा को यह रास नहीं आ रहा है. अरविंद केजरीवाल सरकार ने हमेशा से ही लोगों के हित में कदम उठाएं हैं और आगे भी उठाती रहेगी.”
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एसएचके/एएस