देवरिया में डीएम-एसपी की मौजूदगी में मॉक ड्रिल, हवाई हमले से बचाव की तैयारियों का मिला प्रशिक्षण

देवरिया, 7 मई . उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में मंगलवार को पुलिस लाइन में जिला अधिकारी (डीएम) दिव्या मित्तल और पुलिस अधीक्षक (एसपी) विक्रांतवीर की मौजूदगी में मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया. यह ड्रिल गृह मंत्रालय की एडवाइजरी के तहत संभावित हवाई हमलों से बचाव और आपात स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया की तैयारियों का आकलन करने के लिए आयोजित की गई.

मॉक ड्रिल के दौरान पुलिस लाइन से फायर स्टेशन तक की प्रतिक्रिया समय का परीक्षण किया गया. डीएम दिव्या मित्तल ने बताया कि अलार्म बजने के 50 सेकंड के भीतर अग्निशमन विभाग की गाड़ियां रवाना हो गईं और मात्र 1 मिनट में फायर स्टेशन पहुंचकर ऑपरेशन शुरू कर दिया. अगले 10 मिनट के भीतर टीमें पुलिस लाइन जैसे निर्धारित स्थानों पर पहुंचकर अपने कार्य को अंजाम देने में सफल रहीं.

डीएम ने विभिन्न विभागों की समन्वित तैयारियों की सराहना की और कहा कि इस तरह के अभ्यास से आपात स्थिति में जानमाल की रक्षा सुनिश्चित की जा सकती है. डीएम ने नागरिकों से अपील की कि वे ऐसी परिस्थितियों में घबराएं नहीं और प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करें.

यह मॉक ड्रिल गृह मंत्रालय के उस अलर्ट के बाद आयोजित की गई, जिसमें भारतीय सेना द्वारा मंगलवार रात ऑपरेशन सिंदूर के तहत पहलगाम हमले का बदला लिया गया.

एसपी विक्रांतवीर ने कहा कि पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियां किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं. एनसीसी कैडेट्स ने भी मॉक ड्रिल में उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया और आपात स्थिति में सहायता प्रदान करने की अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया.

भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में आतंकियों के नौ ठिकानों पर सटीक हमला किया. बताया गया कि भारतीय सशस्त्र बलों ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान-अधिकृत जम्मू-कश्मीर में स्थित उन आतंकवादी ढांचों को निशाना बनाया, जहां से भारत के खिलाफ आतंकवादी हमलों की योजना बनाई जाती रही है. कुल मिलाकर नौ स्थानों को निशाना बनाया गया है.

भारत ने एयरस्ट्राइक पर कहा कि हमारी कार्रवाई केंद्रित, संतुलित और गैर-उत्तेजक रही है. किसी भी पाकिस्तानी सैन्य ठिकाने को निशाना नहीं बनाया गया है. भारत ने लक्ष्य चयन और कार्यप्रणाली में उल्लेखनीय संयम दिखाया है. यह कदम बर्बर पहलगाम आतंकी हमले के बाद उठाए गए हैं, जिसमें 25 भारतीय नागरिकों और एक नेपाली नागरिक की हत्या कर दी गई थी. हम अपने उस संकल्प पर कायम हैं कि इस हमले के लिए जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराया जाएगा.

एकेएस/एबीएम