भारत में ट्रैक्टर की बिक्री चालू वित्त वर्ष में 4-7 प्रतिशत बढ़ने की उम्मीद : रिपोर्ट

New Delhi, 23 सितंबर . India में ट्रैक्टर सेगमेंट के चालू वित्त वर्ष में 4-7 प्रतिशत बढ़ने की उम्मीद है, जबकि टू-व्हीलर इंडस्ट्री में भी अच्छी बढ़त दर्ज होने की संभावना बनी हुई है. यह जानकारी Tuesday को आई एक रिपोर्ट में दी गई.

रेटिंग एजेंसी आईसीआरए द्वारा संकलित आंकड़ों के अनुसार, इस अनुमान को सामान्य से अधिक बारिश, मजबूत ग्रामीण आय, फेस्टवि डिमांड और GST सुधार से समर्थन मिल रहा है, जिससे खरीद क्षमता में सुधार और बिक्री में बढ़ोतरी की उम्मीद है.

चालू वित्त वर्ष में ट्रैक्टर इंडस्ट्री ने अब तक अच्छा प्रदर्शन किया है, जिसमें अगस्त 2025 में थोक बिक्री में सालाना आधार पर 28.2 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई और चालू वित्त वर्ष के पहले पांच महीनों में कुल वृद्धि 11.7 प्रतिशत रही.

अगस्त में खुदरा बिक्री भी पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 30.1 प्रतिशत बढ़ी, जो किसानों के सकारात्मक रुख को दर्शाती है.

17 सितंबर तक India में लंबे समय के औसत से 108 प्रतिशत बारिश हुई है, जिससे कृषि गतिविधियों और ग्रामीण मांग को बढ़ावा मिला है.

आईसीआरए ने कहा कि ट्रैक्टर पर GST पर 5 प्रतिशत रेट त्योहारों के मौसम में मांग को बढ़ाएंगे.

इंडस्ट्री 1 अप्रैल, 2026 से लागू होने वाले बीएस-VI उत्सर्जन मानदंडों से पहले प्री-बाइंग के एक और दौर की भी तैयारी कर रही है.

स्थिर मांग, परिचालन लाभ और कच्चे माल की स्थिर लागत के कारण ट्रैक्टर निर्माताओं का वित्तीय प्रदर्शन मजबूत रहने की उम्मीद है.

टू-व्हीलर इंडस्ट्री में अगस्त में थोक बिक्री सालाना आधार पर 7.2 प्रतिशत बढ़कर 18 लाख यूनिट हो गई.

कुछ क्षेत्रों में भारी बारिश और GST लाभ की उम्मीद में ग्राहकों द्वारा खरीदारी टालने के कारण अगस्त में खुदरा बिक्री में केवल 2.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई.

निर्यात ने भी इस सेगमेंट को बढ़ावा दिया, अगस्त में विदेशों में शिपमेंट पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 27.5 प्रतिशत बढ़ा.

इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर की बिक्री में भी लगातार बढ़ोतरी जारी रही, अगस्त में 1,04,725 यूनिट बिकीं, जो पिछले महीने की तुलना में 1.8 प्रतिशत अधिक है.

रेटिंग एजेंसी ने कहा कि टू-व्हीलर कैटेगरी में ईवी पेनेट्रेशन लगभग 6-7 प्रतिशत पर स्थिर रहा.

आईसीआरए का अनुमान है कि चालू वित्त वर्ष में घरेलू टू-व्हीलर की बिक्री 6-9 प्रतिशत बढ़ेगी.

रिपोर्ट में कहा गया है कि इससे रिप्लेसमेंट डिमांड, शहरी बाजार में सुधार, अच्छी मानसून बारिश से ग्रामीण आय में बढ़ोतरी और GST कट से वाहन अधिक किफायती होंगे.

एसकेटी/