देहरादून, 21 जुलाई . उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने विभागीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर राज्य में पर्यटन विकास की योजनाओं को गति देने के निर्देश दिए.
बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में उन्होंने बताया कि वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए 48,676 लाख रुपए की योजनाओं को स्वीकृति मिली है, जो पर्यटन के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित करेंगी.
उन्होंने बताया कि हनोल के प्रसिद्ध महासू मंदिर में मास्टर प्लान के तहत 10 अलग-अलग विकास कार्य प्रगति पर हैं. इसके अतिरिक्त, मानस खंड मंदिर माला मिशन के अंतर्गत 48 मंदिरों का चयन किया गया है, जिनमें से 16 मंदिरों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है.
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि केदारखंड मंदिर माला मिशन पर भी उसी तर्ज पर कार्य शुरू किया जाए, ताकि अन्य मंदिरों का भी विकास हो सके. इससे धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और स्थानीय अर्थव्यवस्था मजबूत होगी.
पर्यटन मंत्री ने कैंची धाम में बढ़ते पर्यटक दबाव को देखते हुए ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने के लिए बाईपास निर्माण की प्रक्रिया को तेज करने पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि कैंची धाम में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए यह कदम अत्यंत आवश्यक है. इसके साथ ही, मुक्तेश्वर में कार पार्किंग और हेलीपैड निर्माण के लिए पर्यटन विभाग ने उपयुक्त स्थान की मांग की है, ताकि पर्यटकों को बेहतर सुविधाएं मिल सकें.
उत्तराखंड को वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में स्थापित करने की दिशा में भी विभाग सक्रिय है. ऐसे स्थानों की तलाश की जा रही है, जहां शादी समारोह बिना किसी असुविधा के आयोजित किए जा सकें. इससे न केवल पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे.
मंत्री सतपाल महाराज ने विभागीय अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि सभी योजनाओं और कार्यों को निर्धारित समयावधि में पूरा किया जाए. उन्होंने जोर देकर कहा कि किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. पर्यटन विभाग का लक्ष्य उत्तराखंड को एक विश्व स्तरीय पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित करना है, जिसके लिए सभी योजनाओं को पारदर्शिता और गति के साथ लागू किया जाएगा.
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एकेएस/एबीएम