मुंबई, 21 मई . टोरेंट फार्मास्यूटिकल्स ने बुधवार को चौथी तिमाही के नतीजे जारी किए. कंपनी का मुनाफा जनवरी-मार्च अवधि में तिमाही आधार पर करीब एक प्रतिशत कम होकर 498 करोड़ रुपए हो गया है जो कि वित्त वर्ष 25 की तीसरी तिमाही में 503 करोड़ रुपए पर था.
मार्च तिमाही में कंपनी का खर्च तिमाही आधार पर 4.70 प्रतिशत बढ़कर 2,252 करोड़ रुपए हो गया है. इसमें सालाना आधार पर 4.99 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.
खर्च में बढ़ोतरी की वजह लागत में इजाफा होना है. मार्च तिमाही में कंपनी की मटेरियल कॉस्ट 8.65 प्रतिशत बढ़कर 402 करोड़ रुपए हो गई है. वहीं, कर्मचारी खर्च 2.19 प्रतिशत बढ़कर 561 करोड़ रुपए हो गया है.
मूल्यह्रास एवं परिशोधन व्यय 1.01 प्रतिशत बढ़कर 201 करोड़ रुपए हो गया और अन्य व्यय 4.46 प्रतिशत बढ़कर 703 करोड़ रुपए हो गया.
मार्च तिमाही में कंपनी की आय में स्थिर वृद्धि देखी गई है. ऑपरेशंस से आय वित्त वर्ष 25 की चौथी तिमाही में सालाना आधार पर 5.34 प्रतिशत बढ़कर 2,959 करोड़ रुपए हो गई है, जो कि तीसरी तिमाही में 2,809 करोड़ रुपए थी.
स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग के अनुसार, कंपनी की कुल आय मार्च तिमाही में 4.70 प्रतिशत बढ़कर 2,941 करोड़ रुपए हो गई है, जो कि तीसरी तिमाही में 2,842 करोड़ रुपए थी.
कंपनी के भारत के कारोबार की आय 12 प्रतिशत बढ़कर 1,545 करोड़ रुपए हो गई है, जिसका मुख्य कारण फोकस थेरेपी में मजबूत प्रदर्शन रहा.
अमेरिकी कारोबार ने भी अच्छा प्रदर्शन किया, जो 15 प्रतिशत बढ़कर 302 करोड़ रुपए हो गया. जर्मनी कारोबार की आय मामूली रूप से 2 प्रतिशत बढ़कर 286 करोड़ रुपए हो गई.
हालांकि, ब्राजील से आय 6 प्रतिशत घटकर 351 करोड़ रुपए रह गई. इसकी वजह ब्राजीलियाई रियल की वैल्यू में कमी आना था.
सक्सेशन प्लानिंग के तहत टोरेंट फार्मा ने टोरेंट समूह के अध्यक्ष समीर मेहता के बड़े बेटे अमन मेहता को प्रबंध निदेशक के रूप में नियुक्त करने की घोषणा की. उनका कार्यकाल 1 अगस्त से शुरू होगा.
इसके अतिरिक्त, कंपनी के बोर्ड ने आगामी वार्षिक आम बैठक (एजीएम) में इक्विटी शेयरों या क्यूआईपी या अन्य तरीकों जैसे परिवर्तनीय साधनों के माध्यम से 5,000 करोड़ रुपए तक जुटाने के लिए शेयरधारकों की मंजूरी लेने की सिफारिश की है.
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एबीएस/