टोक्यो का रिकॉर्ड भी टूटा, पेरिस पैरालंपिक में भारतीय एथलीटों का जलवा

नई दिल्ली, 4 सितंबर . भारत ने पैरालंपिक खेलों के इतिहास में पहली बार टोक्यो 2020 के पदकों की संख्या को पार करते हुए 20 पदकों का आंकड़ा छू लिया है, और बुधवार को यह संख्या और बढ़ने की उम्मीद है.

पैरालंपिक में अपने डेब्यू पर दीप्ति जीवनजी ने महिलाओं की 400 मीटर टी20 दौड़ में कांस्य पदक जीता. मंगलवार देर रात पैरा-एथलेटिक्स में भारत ने अपने पदकों की संख्या में चार और पदक जोड़ लिए, जिनमें दो डबल-पोडियम फिनिश के साथ भारत ने टोक्यो में जीते गए 19 पदकों की संख्या को पार कर लिया.

इस प्रक्रिया में भारत ने पैरालंपिक खेलों में 50 पदकों का आंकड़ा भी पार कर लिया और वर्तमान में उसके कुल पदकों की संख्या 51 हो गई है.

अजीत सिंह ने पुरुषों की भाला फेंक एफ46 स्पर्धा में 65.62 मीटर के व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ रजत पदक जीता, जबकि सुंदर सिंह गुर्जर ने 64.96 मीटर के सत्र के सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ कांस्य पदक जीता. इस जीत के साथ भारत ने पेरिस पैरालंपिक में एथलेटिक्स में पहली बार दोहरा पोडियम स्थान हासिल किया.

बाद में, शरद कुमार ने पुरुषों की ऊंची कूद टी63 में 1.88 मीटर की सर्वश्रेष्ठ छलांग के साथ रजत पदक जीता, और टी42 श्रेणी में नया पैरालंपिक रिकॉर्ड स्थापित किया. शरद ने इस स्पर्धा में टोक्यो में अपने कांस्य पदक को भी अपग्रेड किया.

2016 पैरालंपिक के स्वर्ण पदक विजेता मरियप्पन थंगावेलु ने 1.85 मीटर की सर्वश्रेष्ठ छलांग के साथ कांस्य पदक जीता, जिससे पेरिस खेलों में एथलेटिक्स में भारत का दूसरा दोहरा पोडियम फिनिश हासिल हुआ.

एक दिन में पांच पदक जीतकर भारत दिन के अंत में तीन स्वर्ण, सात रजत और 10 कांस्य पदक के साथ पदक तालिका में 19वें स्थान पर पहुंच गया.

बुधवार को भारतीय एथलीट छह पदक स्पर्धाओं समेत इन इवेंट्स में भाग लेंगे, जिसका लक्ष्य ऐतिहासिक पदक तालिका में और पदक जोड़ना है.

पुरुषों की सी2 व्यक्तिगत टाइम ट्रायल -: शेख अरशद

महिलाओं की सी1-3 व्यक्तिगत टाइम ट्रायल -: ज्योति गडेरिया

पुरुषों की शॉट पुट -: एफ46 फाइनल -: मोहम्मद यासर, रोहित कुमार, सचिन सरजेराव खिलारी

महिलाओं की शॉट पुट -: एफ46 फाइनल -, अमीषा रावत

पैरा पावरलिफ्टिंग पुरुषों की 49 किग्रा -, परमजीत सिंह

पैरा पावरलिफ्टिंग महिलाओं की 45 किग्रा -: सकीना खातून

पुरुषों की क्लून थ्रो -: एफ51 फाइनल, – धर्मबीर, प्रणव सूरमा, अमित कुमार सरोहा

एएमजे/आरआर