कोलकाता में टीएमसी की ‘शहीद दिवस’ रैली, सीएम ममता बनर्जी करेंगी जनसभा को संबोधित

कोलकाता, 21 जुलाई . पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में Monday को तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) अपनी वार्षिक ‘शहीद दिवस’ रैली आयोजित कर रही है. यह रैली धर्मतला के एस्प्लेनेड क्षेत्र में होगी, जिसमें लाखों कार्यकर्ता और समर्थक हिस्सा लेंगे. पश्चिम बंगाल की Chief Minister और टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी इस अवसर पर जनसभा को भी संबोधित करेंगी.

तृणमूल कांग्रेस के लिए इस बार यह रैली 2026 के विधानसभा चुनाव से पहले होने के कारण विशेष महत्व रखती है. रैली की तैयारियों के लिए कोलकाता Police ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं. लगभग 5,500 Policeकर्मियों को शहर के विभिन्न हिस्सों में तैनात किया गया है, विशेष रूप से एक्साइड क्रॉसिंग से श्यामबाजार तक.

वहीं, यातायात व्यवस्था को सुचारू रखने के लिए कई सड़कों पर प्रतिबंध लगाए गए हैं और कई स्कूलों ने आज ऑनलाइन कक्षाओं का आयोजन किया है. टीएमसी ने इस बार रिकॉर्ड भीड़ की उम्मीद जताई है, क्योंकि यह रैली हाल के Lok Sabha और विधानसभा उपचुनावों में पार्टी की शानदार जीत के बाद हो रही है.

प्राप्त जानकारी के मुताबिक, ममता बनर्जी इस मंच से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साध सकती हैं, खासकर बंगाली प्रवासियों के कथित उत्पीड़न और केंद्र Government की नीतियों के खिलाफ.

तृणमूल कांग्रेस हर साल 21 जुलाई को ‘शहीद दिवस’ मनाती है, ताकि 1993 में कोलकाता में हुई एक हिंसक घटना में मारे गए 13 युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं को श्रद्धांजलि दी जा सके.

उस समय ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल युवा कांग्रेस की अध्यक्ष थीं और उन्होंने मतदाता पहचान पत्र को मतदान के लिए एकमात्र दस्तावेज बनाने की मांग को लेकर एक रैली का आयोजन किया था.

यह रैली तत्कालीन वामपंथी Government के खिलाफ थी, जिस दौरान Police की गोलीबारी में 13 लोग मारे गए थे. इस घटना ने ममता बनर्जी के Political करियर को नई दिशा दी और उनकी छवि एक जुझारू नेता के रूप में उभरी. 1998 में टीएमसी के गठन के बाद इस दिन को पार्टी ने ‘शहीद दिवस’ के रूप में मनाना शुरू किया.

एसएचके/डीएससी