अजमेर, 13 अप्रैल . राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने रविवार को अजमेर पहुंचकर अंबेडकर चौराहे पर बाबा साहेब की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. इस अवसर पर जूली ने बाबा साहब के योगदान को याद करते हुए उनके द्वारा निर्मित भारतीय संविधान की ताकत को सराहा.
टीकाराम जूली ने मीडियाकर्मियों से कहा, ” आज मैं अजमेर पहुंचा हूं और बाबा साहब की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर गौरव का अनुभव कर रहा हूं. कल 14 अप्रैल को अंबेडकर जयंती है. बाबा साहब ने दलितों, पिछड़ों और महिलाओं को सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक समानता दिलाने के लिए भारतीय संविधान में मजबूत प्रावधान किए. यह संविधान विश्व का सबसे सशक्त संविधान है, जिसकी बदौलत आज मैं, जो दलित वर्ग से आता हूं, राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के रूप में आपके सामने खड़ा हूं. यह बाबा साहब के संविधान की देन है. मैं उन्हें नमन करता हूं और उनके आदर्शों को याद करता हूं.”
जूली ने आगे कहा कि बाबा साहब का संविधान न केवल भारत के नागरिकों को समानता का अधिकार देता है, बल्कि यह देश की एकता और अखंडता का भी प्रतीक है. उन्होंने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वे अंबेडकर के दिखाए मार्ग पर चलकर समाज में समता और न्याय के लिए कार्य करें. उन्होंने कहा कि आज के समय में संविधान की रक्षा और इसके मूल्यों को जन-जन तक पहुंचाना हर नागरिक का कर्तव्य है.
इस अवसर पर जूली ने अंबेडकर के सामाजिक सुधारों पर भी प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि बाबा साहब ने समाज के वंचित वर्गों को मुख्यधारा में लाने के लिए शिक्षा, समानता और स्वाभिमान पर जोर दिया. उनके विचार आज भी प्रासंगिक हैं और युवाओं को प्रेरित करते हैं. जूली ने कहा कि कांग्रेस पार्टी बाबा साहब के आदर्शों को अपनाकर समाज के हर वर्ग के उत्थान के लिए प्रतिबद्ध है.
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता और स्थानीय लोग मौजूद रहे. इस दौरान अंबेडकर चौराहा ‘जय भीम’ और ‘जय संविधान’ के नारों से गूंज उठा. जूली ने कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनका यह उत्साह पार्टी को और मजबूती देगा. जूली ने इस मौके पर सभी से बाबा साहब के विचारों को आत्मसात करने और समाज में भाईचारा बढ़ाने की अपील की.
–
एकेएस/केआर