ग्रेटर नोएडा, 14 अप्रैल . ग्रेटर नोएडा में सीआरटी टीम और बादलपुर थाना पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए गांजे की तस्करी करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया है. इस कार्रवाई में 149 किलो उच्च गुणवत्ता वाला गांजा बरामद किया गया है, जिसकी अनुमानित कीमत लगभग 40 लाख रुपए बताई जा रही है. साथ ही एक कंटेनर को भी जब्त किया गया है.
पुलिस ने इस मामले में तीन तस्करों को गिरफ्तार किया है, जिनके नाम हैं इनामुलहक, शहनवाज और नोमान. तीनों मुजफ्फरनगर जनपद के भैंसरहेड़ी गांव के निवासी हैं.
डीसीपी सेंट्रल नोएडा ने इस सराहनीय कार्रवाई के लिए टीम को 25,000 रुपए का पुरस्कार देकर उत्साह बढ़ाया. पुलिस ने इनकी गिरफ्तारी अंबुजा कंपनी के पास से की है. पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई की.
पूछताछ में मुख्य आरोपी इनामुलहक ने खुलासा किया कि वह इस गिरोह का सरगना है और पहले भी इस तरह की तस्करी के मामलों में जेल जा चुका है. जेल से छूटने के बाद उसने एक नया नेटवर्क खड़ा किया और ट्रकों के माध्यम से गांजा की तस्करी शुरू की.
आरोपी ने बताया कि यह गांजा ओडिशा, आंध्र प्रदेश और बिहार सीमा से लाया जाता है. ट्रक में विशेष तौर पर लोहे का एक बॉक्स बनवाया गया था, जिसमें गांजे को छिपाकर सप्लाई किया जाता था. यह गांजा विशेष पत्तियों को सुखाकर, दबाकर और रासायनिक प्रक्रिया से तैयार किया जाता है, जिससे इसकी मादक क्षमता कई गुना बढ़ जाती है. इस उच्च गुणवत्ता वाले गांजे की कीमत बाजार में 25,000 से 30,000 प्रति किलो तक होती है.
आरोपियों ने यह भी बताया कि वे इसे खासतौर पर पर्वतीय और जंगल क्षेत्रों से मंगवाते हैं और नोएडा, गाजियाबाद, दिल्ली-एनसीआर में सप्लाई करते हैं.
मुख्य आरोपी इनामुलहक ने बताया कि वह दादरी के एक व्यक्ति सलमान को गांजा देता था. पहले वह ट्रेन से तस्करी करता था, लेकिन अब कंटेनर का प्रयोग कर रहा था. यह गिरोह पांच वर्षों से सक्रिय है.
पुलिस ने बताया कि इनामुलहक की मादक पदार्थ तस्करी से जुड़ी पुरानी गिरफ्तारी नागपुर (महाराष्ट्र) में भी हो चुकी है. नागपुर पुलिस से संपर्क कर आगे की कार्रवाई की जा रही है.
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पीकेटी/एबीएम