नोएडा, 21 जनवरी . गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने कुख्यात स्क्रैप माफिया रवि काना गैंग से जुड़े हुए तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. आरोप है कि ये लोग पत्रकारिता की आड़ में गैंग का संचालन कर रहे थे. इनके पास से अवैध रूप से उगाही गई रकम में से 6 लाख 30 हजार रुपए नकद, घटनाओं से संबंधित दो लग्जरी गाड़ियां, गैंग के सरगना रवि काना की 14 गाड़ियों की आरसी की फोटो कॉपी और अन्य कागजात बरामद हुए हैं.
आरोप है कि ये लोग कुख्यात स्क्रैप माफिया रवि काना के लिए काम करते थे. उसके जेल जाने के बाद गैंग की कमान इन्हीं के पास थी. रवि काना सामूहिक बलात्कार, गैंगस्टर एक्ट सहित विभिन्न मामलों में मौजूदा समय में जेल में बंद है.
गौतमबुद्ध नगर पुलिस की क्विक रिस्पॉन्स टीम और थाना बीटा-दो पुलिस ने एक सूचना के आधार पर फर्जी न्यूज चलाने, गैंग सरगना रवि काना के नाम पर धमकी देने और अवैध धन उगाही करने वाले तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया. पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार बदमाश शातिर किस्म के अपराधी हैं, जिनका एक गिरोह है. गिरोह का सरगना रवि नागर उर्फ रवि काना है. अभियुक्त गैंग के सक्रिय सदस्य हैं. गिरोह का सरगना वर्तमान में जेल में बंद है.
पुलिस ने बताया कि 8 नवंबर को अभियुक्त ने मनोज कुमार नामक प्रॉपर्टी डीलर को परी चौक पर इंटरव्यू करने के नाम पर बुलाया था. उससे मोटी रकम की मांग की गई. जब उसने पैसे देने से इनकार किया तो, खुद को रवि काना का आदमी बताते हुए अवैध रूप से उगाही का प्रयास किया गया था. पीड़ित ने जब पैसे देने से फिर इनकार कर दिया तो उसके खिलाफ भ्रामक खबर चलाने एवं जान से मारने की धमकी दी गई थी.
इस मामले में पीड़ित ने 20 जनवरी को मुकदमा दर्ज करवाया था. इसी मुकदमे के आधार पर पुलिस ने जांच शुरू की और तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया. पुलिस अधिकारियों के अनुसार पूछताछ के दौरान कुछ महत्वपूर्ण जानकारी मिली है. इनके बैंक खातों की भी जांच की जा रही है. इस गैंग से जुड़े कुछ अन्य लोगों की भी जल्द गिरफ्तारी हो सकती है.
पुलिस के मुताबिक पंकज पराशर, देव शर्मा और अवधेश सिसोदिया गिरफ्तार किए गए हैं. पुलिस पूछताछ में पता चला है कि इनके लगभग 15 से 20 बैंकों के खाते हैं, जिनमें रवि काना गिरोह की अवैध धनराशि के लेनदेन के सबूत मिले हैं.
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पीकेटी/एबीएम