इस बार जनता ने नकारात्मक प्रचार को नकार दिया : रामदास आठवले

मुंबई, 27 नवंबर . रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आठवले) के अध्यक्ष और केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री रामदास आठवले ने बुधवार को से विभिन्न मुद्दों पर बातचीत की. महाराष्ट्र चुनाव के नतीजों के बारे में उन्होंने कहा कि इस बार मतदाताओं ने नकारात्मक प्रचार को नकार दिया.

केंद्रीय मंत्री ने कहा, “आज महाराष्ट्र सदन में रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आठवले) की राष्ट्रीय कमेटी की बैठक आयोजित की गई, जिसमें 30 राज्यों के अध्यक्ष और प्रतिनिधि मौजूद थे. बैठक का मुख्य उद्देश्य पार्टी की विभिन्न राज्य इकाइयों को मजबूत करना और देश भर के विभिन्न जातियों और धर्मों के लोगों को एकजुट करना था. इसके लिए सभी राज्यों के प्रतिनिधियों ने एकजुट होकर काम करने की जरूरत पर जोर दिया.”

उन्होंने कहा कि बैठक में महाराष्ट्र में हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव पर भी चर्चा हुई. कांग्रेस, राहुल गांधी और उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) सहित राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) ने नकारात्मक प्रचार किया था और लोगों को गुमराह करने की कोशिश की थी. हालांकि, “इस बार जनता ने उनकी बातों पर ध्यान नहीं दिया” और वे वोट हमारे पक्ष में दे रहे थे.

रामदास आठवले ने बताया कि बैठक में महाराष्ट्र की जनता की तरफ से यह भी व्यक्त किया गया कि 2019 में जिन लोगों ने वोट डाला था, उन्हें झुग्गी-झोपड़ी में रहने वालों की मान्यता दी जानी चाहिए और यदि उस जगह को सरकार लेती है तो उनके पुनर्वास का काम किया जाना चाहिए. इसके अलावा, गांवों में रहने वाले भूमिहीन लोगों को जमीन देने की भी मांग की गई.

उन्होंने बताया कि बैठक में बेरोजगारी के मुद्दे पर भी चर्चा हुई. यह महसूस किया गया कि इंडस्ट्रीज और औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने की आवश्यकता है, ताकि अधिक रोजगार के अवसर उत्पन्न हो सकें. इसके अलावा महाराष्ट्र के कुछ राजनीतिक विवादों पर भी बात की गई. खासकर एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में महाराष्ट्र में काफी अच्छा काम हुआ है. वह राज्य के विकास के लिए हमेशा सक्रिय रहे हैं. उनके नेतृत्व में विधानसभा चुनाव लड़ा गया था, और उनकी मेहनत से हमें सफलता मिली. इस समय भाजपा के पास 132 विधायक हैं, और एकनाथ शिंदे की शिवसेना के पास 57 सीटें हैं, जबकि एनसीपी के पास 41 सीटें हैं.

उन्होंने कहा, “बैठक में बताया गया कि तीनों प्रमुख नेता दिल्ली में अमित शाह से मिलने जा रहे हैं. उनका उद्देश्य इस छोटे से विवाद को सुलझाना है और इसके बाद मुख्यमंत्री का पद स्पष्ट हो जाएगा. भाजपा ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री बनाया जाएगा, लेकिन शिंदे का कहना है कि उन्हें कुछ समय के लिए मुख्यमंत्री पद मिलना चाहिए. इस पर नरेंद्र मोदी, अमित शाह और जे.पी. नड्डा की सलाह पर निर्णय लिया जाएगा. बैठक में सभी ने इस बात पर विश्वास व्यक्त किया कि इस डेडलॉक को जल्दी ही सुलझा लिया जाएगा, और मुख्यमंत्री पद का मुद्दा एक-दो दिन में हल हो जाएगा.”

एसएचके/एकेजे