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New Delhi, 7 नवंबर . सर्दियों का मौसम आ चुका है. ऐसे में सर्दी, जुकाम और खांसी की समस्याएं भी तेजी से बढ़ती जा रही है. ऐसे में कई प्राकृतिक उपचार हैं, जिसे अपनाकर इन समस्याओं को झट से दूर किया जा सकता है. आयुर्वेद के पास इसका सरल समाधान है.
India Government के आयुष मंत्रालय ने एक ऐसा सरल और प्रभावी घरेलू नुस्खा सुझाया है, जो शहद और पिप्पली के मिश्रण से तैयार होता है. यह न केवल सर्दी-जुकाम से झटपट राहत देता है, बल्कि शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी मजबूत बनाता है और सेहत का संतुलन बनाए रखता है.
आयुष मंत्रालय के अनुसार, पिप्पली एक शक्तिशाली औषधि है और इसके सेवन से कई फायदे मिलते हैं. खांसी-जुकाम से राहत का प्राकृतिक उपाय है. शहद और पिप्पली का मेल सेहत का संतुलन बनाने के साथ रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता है.
पिप्पली के सेवन के कई फायदे हैं, यह श्वसन तंत्र को मजबूत बनाता है. इसमें पिपेरिन नामक तत्व होता है, जो बलगम को पतला करके खांसी और जुकाम में आराम देता है. यह एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती है, जो संक्रमण से लड़ने की क्षमता बढ़ाती है. साथ ही ठंड में अपच की समस्या आम है, पिप्पली पाचन अग्नि को प्रज्वलित करती है. इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं, जो सूजन और गले की खराश को कम करती है. यह सर्दी-जुकाम के वायरस को रोकने में भी सहायक है.
शहद के साथ पिप्पली का संयोजन इसे और कारगर बनाता है. शहद प्राकृतिक एंटीबायोटिक है, जो गले को आराम देता है और बैक्टीरिया को मारता है.
आयुर्वेदाचार्य इसके इस्तेमाल का तरीका भी बताते हैं. इसके लिए 1 चम्मच पिप्पली पाउडर लें और इसे 2 चम्मच शहद में अच्छी तरह मिलाएं. इसे दिन में 3 से 4 बार लें. गर्म पानी के साथ लेने से असर दोगुना हो जाता है.
विशेषज्ञों का कहना है कि यह मिश्रण सर्दी-जुकाम में बेहद कारगर है क्योंकि पिप्पली बलगम को बाहर निकालती है और शहद इंफ्लामेशन कम करता है. नियमित सेवन से इम्यूनिटी मजबूत होती है, जिससे बार-बार बीमार पड़ने की समस्या दूर हो जाती है.
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एमटी/एएस