भारत में सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग के लिए यह सबसे अच्छा समय : प्रधानमंत्री मोदी

नई दिल्ली, 11 सितंबर . प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से बुधवार को कहा गया कि सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग में निवेश के लिए यह भारत में सबसे अच्छा समय है, क्योंकि भारत में वैश्विक कंपनियों का मजबूत इकोसिस्टम मौजूद है. साथ ही बड़ी संख्या में स्किल्ड लोग भी हैं.

दिल्ली के पास ग्रेटर नोएडा में ‘सेमीकॉन इंडिया 2024’ इवेंट में इंडस्ट्री के बड़े पक्षकारों की मौजूदगी में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत में चिप में कभी मंदी नहीं होगी, आप हमारी ग्रोथ स्टोरी पर दांव लगा सकते हैं.

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “भारत में आकर निवेश कर वैल्यू क्रिएट करें. हम आपको ग्रोथ के लिए एक इकोसिस्टम उपलब्ध कराएंगे. भारत के पास सेमीकंडक्टर डिजाइन में दुनिया के ग्लोबल टैलेंट का 20 प्रतिशत हिस्सा है. हम 85,000 की मजबूत सेमीकंडक्टर वर्कफोर्स बना रहे हैं. इसमें तकनीकी विशेषज्ञ, आरएंडडी एक्सपर्ट्स और डिजाइनर शामिल हैं.”

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि एक लाख करोड़ रुपये के ‘अनुसंधान फंड’ का उद्देश्य बेसिक रिसर्च और प्रोटोटाइप डेवलपमेंट को समर्थन देना है. इसमें सेमीकंडक्टर भी शामिल है.

उन्होंने अपने संबोधन में आगे कहा कि भारत एक सुधारवादी सरकार प्रदान करता है, जो कि एक बढ़ता हुआ मैन्युफैक्चरिंग बेस और महत्वाकांक्षी तकनीक-उन्मुख बाजार भी है. हम सेमीकंडक्टर के लिए 85,000 इंजीनियर्स और टेकनिशियन का एक मजबूत टैलेंट पूल बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं. इस उद्देश्य से 113 से ज्यादा यूनिवर्सिटिज, शैक्षिणिक और आरएंडडी संस्थाएं जुड़ी हैं.

प्रधानमंत्री मोदी एग्जीबिशन में भी गए और कंपनियों से सेमीकंडक्टर सॉल्यूशंस को लेकर बातचीत की.

इससे पहले मंगलवार को सेमीकंडक्टर कंपनियों के सीईओ ने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व की तारीफ की. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने केवल भारत को ही नहीं बल्कि पूरे विश्व को प्रोत्साहित किया है.

राष्ट्रीय राजधानी में बड़ी सेमीकंडक्टर कंपनियों के सीईओ ने प्रधानमंत्री मोदी से उनके आधिकारिक आवास पर मुलाकात की थी. इसमें एसईएमआई, माइक्रोन, एनएक्सपी, पीएसएमसी, आईएमईसी, रेनेसा, टीईपीएल, टोक्यो इलेक्ट्रॉन लिमिटेड, टॉवर, सिनोप्सिस, कैडेंस, रैपिडस, जैकब्स, जेएसआर, इनफिनियन, एडवांटेस्ट, टेराडाइन, एप्लाइड मैटेरियल्स, लैम रिसर्च, मर्क, सीजी पावर और कायन्स टेक्नोलॉजी शामिल थी.

एबीएस/एबीएम